भाजपा नेता हत्याकांड में चार साल बाद आरोपित पर कसा शिकंजा, पुलिस ने की कुर्की-जब्ती

भाजपा नेता हत्याकांड में चार साल बाद आरोपित पर कसा शिकंजा, पुलिस ने की कुर्की-जब्ती

- करनामेपुर सोनबरसा गांव में सितंबर 2018 में गोलियों से भून दिये गये थे गवाह कमल

- आरोपित के घर की खिड़की दरवाजे तक उखाड़ ले गयी पुलिस 

केटी न्यूज/आरा

जिले के करनामेपुर ओपी क्षेत्र के सोनवर्षा गांव निवासी चर्चित कमल किशोर हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपितों के खिलाफ पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है। इस मामले में पुलिस द्वारा बुधवार को आरोपित उमाशंकर मिश्रा के घर की कुर्की की गयी। कोर्ट के आदेश पर जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस आरोपित के घर पहुंची  और उसके घर का सारा सामान जब्त कर लिया गया। पुलिस द्वारा उसके घर से कुर्सी, पलंग बिछावन और बर्तन आदि सामान जब्त किया गया। उस दौरान घर के खिड़की दरवाजे तक पुलिस उखाड़ ले गयी। एसपी संजय कुमार सिंह की ओर से कुर्की किये जाने की जानकारी दी गयी। पुलिस के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई की गयी।

बताया जा रहा है कि 28 सितंबर 2018 की सुबह करनामेपुर गांव में पसल लेकर लौट रहे कमल किशोर मिश्रा को गोलियां से भून दिया गया था। उसे लेकर गांव के ही किशुन मिश्रा, ब्रजेश मिश्रा और उमाशंकर मिश्रा सहित पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। कमल किशोर मिश्रा तब चर्चित भाजपा नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। उस केस में गवाही देने को लेकर ही उनकी हत्या की गयी थी। पुलिस के अनुसार कमल किशोर मिश्रा हत्याकांड के आरोपित ब्रजेश मिश्रा फिलहाल जेल में बंद है। दूसरा आरोपित किशुन मिश्रा फरार चल रहा है। एक अन्य के खिलाफ जांच चल रही है। वहीं उमाशंकर मिश्रा को कोर्ट द्वारा चार सप्ताह के लिए बेल दिया गया था। लेकिन उसके बाद वह समय पर कोर्ट में उपस्थित नहीं हो सका था। उसे लेकर कोर्ट की ओर से कुर्की का आदेश दिया गया था। उस आधार पर एसडीपीओ के नेतृत्व में बुधवार को कुर्की की गयी। मौके पर करनामेपुर ओपी इंचार्ज मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।