थैलेसीमिया सप्ताह के अवसर पर डुमरांव पीएचसी में लगा रक्तदान शिविर
- अनुवांशिक बीमारी है थैलेसीमिया, माता-पिता से फैलती है बीमारी
- 24 चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी व अधिकारियों ने किया रक्तदान
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुवांशिक बीमारी थैलेसीमिया सप्ताह के अवसर पर डुमरांव पीएचसी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों व समाजिक कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। लगभग 24 लोगों ने रक्तदान किया। इस बीमारी के संबंध में बताया गया कि इस बीमारी की दवा खून ही है। खून के सहारे ही बीमार जीवित रह सकता है। इसिलिए थैलेसीमिया सप्ताह मनाते हुए रक्तदान शिविर को लगाया जा रहा है।
इसी कड़ी में सोमवार को डुमरांव पीएचसी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसका उदघाटन सीएस एससी सिन्हा व पीएचसी प्रभारी डॉ. आरबी प्रसाद ने किया। शिविर में मौजूद लोगों को चिकित्सकों ने बताया की जो इस बीमारी के गिरफ्त में आ जाता है, उसकी आयु लंबी नहीं होती है। यह अनुवांशिक बीमारी है, जो माता-पिता से फैलती है। बीमार मरीजों को समय पर रक्त मिल सके इसिलिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है।
बक्सर जिले इस रोग से 15 मरीज पाए गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इस मौके पर स्वेच्छा लोगों अपना रक्तदान किया। रक्तदान करने वालों में सबसे अधिक स्वास्थ्य कर्मी रहे। डुमरांव बीडीओ संदीप कुमार पांडेय ने भी रक्तदान किया। इतना ही नहीं डीके कॉलेज में बीए की परीक्षा देने गई पूर्णिमा ने भी परीक्षा देकर लौटने के बाद रक्तदान किया। इस छात्रा को लोगों ने जमकर शाबसी दी।
इस मौके पर बक्सर से लैब तकनीसियन संतोष कुमार, चंदन कुमार सिंह, काउंसेलर मुकेश कुमार का सराहनीय सहयोग रहा। वहीं चिकित्सकों में डॉ. संतोष कुमार, डॉ. तारकेश्वर प्रसाद, डॉ. जियाऊदीन अहमद, बीसीएम अक्षय पासवान, प्रबंधक अफरोज आलम, मोहन गुप्ता, विकास कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।