भू वृन्द लोक कला सम्मान से सम्मानित हुए डुमरी के नवीन नितेश पांडेय
- दिल्ली के छतरपुर स्थित बाबा संत नागपाल सभागार में आयोजित हुआ था समारोह
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुमंडल के सिमरी अंचल के डुमरी गांव निवासी नवीन नितेश पांडेय को भू वृन्द लोक कला सम्मान से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान हाल ही में नई दिल्ली के छतरपुर स्थित बाबा संत नागपाल सभागार आयोजित भू-वृंद-नेशनल-मीटअप में दिया गया है। संगीत की दुनिया में एक अलग ही पहचान बनाने वाले नवीन नितेश को भू वृंद अवार्ड से मिलने से उनके पैतृक गांव में हर्ष की लहर दौड़ गई है। इसके पहले भी संगीत के क्षेत्र में उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुका है। वही भू वृंद नेशनल मीटअप में देश के कई राज्यों के जाने माने कलाकार उपस्थित हुए थे। जिनमें नितेश की कला की सबने सराहना की। उन्हाेने कहा कि कला किसी उम्र
की मोहताज नहीं होती। भू वृन्द संस्था से राजेश प्रियम और अन्य अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया। उनके इस उपलब्धि से पिता उमा शंकर पांडेय और माता उर्मिला देवी गौरवान्वित महसूस कर रही है। इनकी शुरुआती शिक्षा डुमरी से हुई थी तथा केपी उच्च विद्यालय डुमरी से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद इनकी रुचि संस्कृत की और संस्कृत की पढ़ाई के लिए ये वाराणसी चले गए। वहां के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से आचार्य शिक्षा प्राप्त की। वे 12 वर्ष की उम्र से ही गीत, गजल, नाटक आदि की छोटे-छोटे मंच से प्रस्तुति दे रहे थे। उन्होंने कहा कि संगीत हमारी संस्कृति है। संगीत के बारे में इन्हें रूचि दिलवाने वाले उनके बड़े भाई तथा भोजपुरी गीतकार रंजन अलबेला है। नवीन ने 2014 से 2021 तक 70 से अधिक महोत्सव और टीवी रियलिटी शो में भाग लिया तथा इन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्होंने बताया कि जब से संगीत से जुड़ा हूं तब से लगभग 400 से अधिक ऑल इंडिया के कलाकार हिंदी भोजपुरी से जुड़े बच्चों के टैलेंट को देखते हुए मंच पर प्रस्तुति देने के लिए टीवी चैनल शो में भाग लेने के लिए जागरूक किया हूं। वे 2017 में जदयू छात्र प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष भी चुने गए थे। लेकिन उनकी जड़े तो संगीत में थी। लिहाजा राजनीतिक कैरियर पर वही विराम लग गया।
उन्हें अबतक 2018 में इंटरनेशनल फिल्म थिएटर फेस्टिवल में सम्मान मिला था। इसके अलावा 2019 में भोजपुरी सिनेमा स्क्रीन अवॉर्ड्स शो। 2020 में नेशनल आर्टिस्ट यूनियन संस्था ने इन्हें बिहार का ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। 2021 में भिखारी ठाकुर स्मृति सम्मान समारोह से 2022 भारत हुनर सम्मान तथा 2023 को अखिल भारतीय ब्राह्मण संरक्षण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव पांडेय जी के द्वारा परशुराम रतन सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास अपने सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखना तथा युवाओं को संगीत के प्रति रूचि पैदा करना है।