कुर्सी की तकरार :टेंशन में अश्वनी बाबा सिपाहसलारो ने खोला मोर्चा लगाए मुर्दाबाद के नारे, बोले चौबे मेरी चीता यही जलेगी

बक्सर में दो गुटों में बंटी भाजपा, विरोधी खेमें ने की समानांतर

कुर्सी की तकरार :टेंशन में अश्वनी बाबा सिपाहसलारो ने खोला मोर्चा  लगाए मुर्दाबाद के नारे, बोले चौबे मेरी चीता यही जलेगी
बैठक में मंचासीन जिला बीजेपी पूर्व जिलाध्यक्ष

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर में भाजपा का अंतर्कलह सतह पर आ गया है। गुरूवार को बक्सर में आयोजित पार्टी के जिला कार्यसमिति की बैठक में यह कलह खुलकर सामने आया। खास यह कि जिलाध्यक्ष विजय कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह द्वारा आहूत कार्यसमिति बैठक में केन्द्रीय राज्यमंत्री सह स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे भी शामिल हुए थे। वही दूसरे गुट ने इस कार्यसमिति को अवैध ठहराते हुए विरोध में नारेबाजी की।

दूसरा खेमा यही नहीं रूका बल्कि वह इस कार्यसमिति के समानांतर दूसरी बैठक भी कर लिया। दूसरे खेमे की बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा नेता चौधरी राम बिनोद राय व संचालन मनोज सिंह कर रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने 2024 के लोस चुनाव में अश्विनी कुमार चौबे के बजाए किसी स्थानीय कार्यकर्ता को उम्मीद्वार बनाए जाने की मांग दुहराई। विरोधी खेमा का आरोप था कि जिले के सभी छह विधानसभा सीटों पर मिली हार के जिम्मेवार श्री चौबे ही है। पार्टी नेताओं ने कहा कि प्रदेश व केन्द्रीय नेतृत्व को इस मामले से अवगत कराया जा रहा है। इस खेमें का आरोप था कि बक्सर जिले में भाजपा की जो नई कार्यसमिति बनी है उसमें दूसरे दलों के लोगों को पदाधिकारी बनाया गया है।

टेंशन में बाबा गाल से नहीं हटे हाथ 

बता दें कि इसके पहले कोरानसराय में भी बैठक कर विरोध जताया जा चुका है। इस विरोध को देखकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बोले की मेरी मौत बक्सर में होगी चीता यही जलेगी। केदार केदारनाथ बाबा ने मुझे जिंदा इसीलिए लौटा कर भेजा है। मैं बक्सर का होकर रह जाऊ। कल तक ऑल इज बेल बोलने वाले बाबा का अपने सिपहसालारों का विरोध देखकर आंखों से आंसू छलक गया। विरोधी गुट के बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद भगत, राणा सिंह, राजाराम पांडेय, रामजी ठाकुर, संतोष दूबे, जितेन्द्र दूबे, इंदल सिंह, दयाशंकर तिवारी, दुर्गावती चतुर्वेदी, सतीष राय, चंद्रकांत तिवारी, सुशील राय, अविनाश, रूपेश दूबे, उमाकांत पांडेय, सुमन गुप्ता, अंगद तिवारी, हरेन्द्र ठाकुर, नंदेश्वर राय, विमल सिंह, चुन्नु मिश्र, मनोज त्रिगुण समेत कई अन्य नेता मौाजूद थे।