पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा बने बक्सर से भाजपा के प्रत्याशी, समर्थकों को जोश हाई
पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। बुधवार की शाम पार्टी कार्यालय ने सूची जारी कर दी है। बता दें कि आनंद मिश्रा आसाम कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे है तथा पिछले लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे बक्सर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। लोस चुनाव में आनंद मिश्र भले ही चुनाव नहीं जीत सके, लेकिन उन्हें करीब 50 हजार मत मिले थे।

केटी न्यूज/बक्सर
पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। बुधवार की शाम पार्टी कार्यालय ने सूची जारी कर दी है। बता दें कि आनंद मिश्रा आसाम कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे है तथा पिछले लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे बक्सर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। लोस चुनाव में आनंद मिश्र भले ही चुनाव नहीं जीत सके, लेकिन उन्हें करीब 50 हजार मत मिले थे। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उन्होंने बक्सर संसदीय क्षेत्र में गहरी छाप छोड़ी थी, जिस कारण भाजपा द्वारा अपनी गलती सुधारते हुए उन्हें विस चुनाव में उम्मीदवार बनाया गया है।
आनंद मिश्र के बक्सर से चुनाव लड़ने की जानकारी मिलते ही उनके समर्थकों तथा युवाओं को जोश हाई हो गया है। माना जा रहा है कि आनंद मिश्रा को प्रत्याशी बनाए जाने से जिले के अन्य सीटो पर भी एनडीए को फायदा मिलेगा। उच्च शिक्षित और ईमानदार छवि वाले आनंद मिश्रा के समर्थकों का एक बड़ा वर्ग है, जिस कारण इस बार बक्सर सदर विधानसभा क्षेत्र की लड़ाई काफी कठिन होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
आइपीएस आनंद मिश्र मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड अंतर्गत पड़सौरा गांव के निवासी हैं। उनके पिता पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रहता है। उनकी परवरिश और पढ़ाई लिखाई काफी अच्छी हुई है। आनंद मिश्रा की गिनती असम के बेहद तेज तर्रार पुलिस अफसर में होती थी। असम के नगांव जिले में तैनाती के दौरान उन्होंने ड्रग माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और खूब चर्चा में रहे।
आईपीएस आनंद मिश्रा तेज विद्यार्थी रहे। उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा महज 22 के उम्र में क्रैक कर ली। उनका जन्म साल 1989 में बिहार के बक्सर जिले में हुआ था। उनके पिता कोलकाता में हिंदुस्तान मोटर्स में इंजीनियर थे। स्कूलिंग के बाद कोलकाता के जेवियर्स कॉलेज से आनंद ने ग्रेजुएशन किया और सिविल सर्विस की तैयारी में लग गए।
आइपीएस आनंद मिश्र मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड अंतर्गत पड़सौरा गांव के निवासी हैं। उनके पिता पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रहता है। उनकी परवरिश और पढ़ाई लिखाई हुई है। आनंद मिश्रा की गिनती असम के बेहद तेज तर्रार पुलिस अफसर में होती है। असम के नगांव जिले में तैनाती के दौरान उन्होंने ड्रग माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और खूब चर्चा में रहे। यह जानकारी मिल रही हैता है कि भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेताओं से उनके बहुत बेहतर संबंध हैं।आईपीएस आनंद मिश्रा तेज विद्यार्थी रहे। उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा महज 22 के उम्र में क्रैक कर ली। उनका जन्म साल 1989 में बिहार के बक्सर जिले में हुआ था। उनके पिता कोलकाता में हिंदुस्तान मोटर्स में इंजीनियर थे। स्कूलिंग के बाद कोलकाता के जेवियर्स कॉलेज से आनंद ने ग्रेजुएशन किया और सिविल सर्विस की तैयारी में लग गए।