राजपुर के तियरा-मनोहरपुर के पास मिला अधेड़ का शव, सनसनी

थाना क्षेत्र के तियरा-मनोहरपुर पथ पर डाक बंगला के समीप सड़क किनारे एक 55 वर्षीय अधेड़ का शव मिला। किसानों ने अधेड़ के शव को देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। पहले पुलिस ने आस पास में मौजूद लोगों से पूछताछ कर पहचान का प्रयास किया, लेकिन किसी ने उक्त शव की शिनाख्त नहीं की।

राजपुर के तियरा-मनोहरपुर के पास मिला अधेड़ का शव, सनसनी

- पुलिस द्वारा वायरल करने के बाद हुई अधेड़ की पहचान

केटी न्यूज/राजपुर 

थाना क्षेत्र के तियरा-मनोहरपुर पथ पर डाक बंगला के समीप सड़क किनारे एक 55 वर्षीय अधेड़ का शव मिला। किसानों ने अधेड़ के शव को देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। पहले पुलिस ने आस पास में मौजूद लोगों से पूछताछ कर पहचान का प्रयास किया, लेकिन किसी ने उक्त शव की शिनाख्त नहीं की।

इसके बाद पुलिस ने शव की पहचान के लिए फोटो को वायरल किया तो अधेड़ की पहचान हो गई। मृतक की पहचान जमौली गांव निवासी जलालुद्दीन अंसारी के पुत्र असलम अंसारी के रूप में की गई है। परिजनों ने जब पुलिस के समक्ष इसकी पहचान की तो शव को कागजी कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेजा गया।  मिली जानकारी के अनुसार दोपहर एक बजे के आसपास किसान अपने खेत पर काम करने जा रहे थे।

तभी किसानों की नजर सड़क किनारे पड़े झाड़ीनुमा घास के पास अचेत अवस्था में अधेड़ को देखा। झाड़ी के पास शव होने की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस बात की चर्चा होते ही कुछ ही देर में सैकड़ो की तादाद में ग्रामीणों की भींड़ इकट्ठा हो गई। लोग अपने-अपने तरीके से इसकी पहचान में जुट गए। दो घंटे तक इसकी पहचान नहीं हो सकी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

जहां पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से पहचान के लिए वायरल कर लोगों  से पहचान की अपील की। शाम को फोटो देखकर पहचान करते ही इसके परिजन रोते हुए सीएचसी राजपुर पहुंचे। जहां कागजी कार्रवाई के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेज दिया। थाना अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि सूचना पर पहुंचकर शव कब्जे में लिया गया है। जिसका पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।

मानसिक रूप से बीमार चल रहा था मृतक

मृतक के पुत्र सद्दाम हुसैन ने बताया कि ये पिछले कई माह से मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे। जिनका इलाज वाराणसी में किया जा रहा था। दवा लेकर दो दिन पहले ही वह वापस गांव लौटे थे। मंगलवार को सुबह भी खाना खा दवा खाने के बाद पुनः कहीं जाने के लिए जिद कर दिया।

जिन्हें समझा बुझाकर घर में रखा गया था। घर के अन्य लोग अपने-अपने काम में चले गए। तब तक ये बगैर किसी को बताए घर से बाहर निकल गए। घर के आसपास के लोगों ने भी इन्हें जाते हुए देखा था। कुछ घंटो बाद तियरा-मनोहरपुर पथ पर डाक बंगला के समीप इनका शव मिलने की जानकारी मिली।