बारिश में हुए फसल नुकसान के मुआवजे की होने लगी मांग

पिछल महीने हुई भारी बारिश ने गेहूं फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों का कहना है कि जिले में लगभग 80 प्रतिशत फसल को नुकसान पहुंचा है। इसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों द्वारा मुआवजा की क्षतिपूर्ति की मांग होने लगी है। रविवार को मसर्हियां गांव में किसानों एक बैठक आहूत की, जिसमें जिलेभर के किसान आए हुए थे।

बारिश में हुए फसल नुकसान के मुआवजे की होने लगी मांग

केटी न्यूज/डुमरांव।   

पिछल महीने हुई भारी बारिश ने गेहूं फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों का कहना है कि जिले में लगभग 80 प्रतिशत फसल को नुकसान पहुंचा है। इसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों द्वारा मुआवजा की क्षतिपूर्ति की मांग होने लगी है। रविवार को मसर्हियां गांव में किसानों एक बैठक आहूत की, जिसमें जिलेभर के किसान आए हुए थे। सभी ने एक स्वर में कहा की जिस तरह से किसानों को नुकसान पहुंचा है, उसकी कमर ही टूट गई है। दूसरे का खेत लेकर खेती करने वाले किसान का परिवार टूटकर भूखमरी के कगार पर पहुंच गया है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार से इस भारी नुकसान (लगभग 80ः क्षति) की क्षतिपूर्ति के लिए ठोस कदम उठाए और मुआवजा की घोषणा कर उन्हें मुश्किलों से उबारे। 

बैठक में उपस्थित किसानों और उनके नेताओं में जिले चर्चित किसानों में सुधीर कुमार सिंह, सुरेंद्र सिंह, मनोज वर्मा, गोरख नाथ कुशवाहा, शिव दयाल सिंह, अश्विनी सिंह, परशुराम यादव, अवधेश सिंह, भूपेन्द्र सिंह, धन जी, विजय बहादुर सिंह, बिजेंद्र सिंह, राम लायक सिंह, तेज नारायण यादव, बैजू सिंह, राजनाथ सिंह, उपेन्द्र सिंह, मुकेश सिंह, सुभाष सिंह, किशोरी सिंह, रामचन्द्र यादव, किशुन सिंह, रामाश्रय सिंह, हरे राम कुशवाहा, लोक नाथ कुशवाहा, रवि नाथ सिंह, त्रिलोकी सिंह, मदन सिंह, यह बैठक ग्रामीणों की एकजुटता का प्रतीक है।