21 फरवरी को आयोजित हो रहा है डुमरांव महोत्सव, तैयारी तेज, शामिल होंगे बिस्मिल्लाह खां के परिजन
- डुमरांव महोत्सव के लिए दुल्हन की तरह सजने लगा राज हाई स्कूल का खेल मैदान
- भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खां की जयंति पर मनाया जा रहा है डुमरांव महोत्सव, कई नामचीन कलाकार व संगीत घराना करेंगे शिरकत
केटी न्यूज/डुमरांव
भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की जयंति 21 फरवरी को इस बार जिला प्रशासन खास बनाने जा रहा है। उनके जयंति को जिला प्रशासन ने डुमरांव महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। राज हाई स्कूल के खेल मैदान में बुधवार की शाम डुमरांव महोत्सव में विश्व विख्यात शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के परिजनों के अलावे देश के नामी गिरामी कलाकार व संगीत घराने शामिल होंगे।
सारा आयोजन जिला प्रशासन की तरफ से करवाया जा रहा है। आयोजन को सफल बनाने के लिए चार दिन पहले से ही राज हाई स्कूल के खेल मैदान में मंच निर्माण शुरू हो गया है। इस मैदान को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। डुमरांव एसडीएम कुमार पंकज ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उस्ताद के जन्मदिन को काफी खास तरीके से मनाया जाएगा तथा बुधवार की शाम से देर रात तक राज हाई स्कूल के खेल मैदान में सुरों की सरिता बहेगी। उन्होंने बताया कि शाम 4 बजे से रात साढ़े नौ तक महोत्सव के तहत गीत-संगीत का दौर चलेगा।
स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति से होगी शुरूआत
एसडीएम ने बताया कि संध्या 4 से 6 बजे तक स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे, जबकि 6 से साढ़े छह बजे तक महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन एवं भाषण का होगा। वही शाम साढ़े छह बजे से 9.30 बजे तक मुख्य समारोह होगा। एसडीएम ने कहा कि इस तरह के आयोजन से स्थानीय कलाकारों को अपने फन का जौहर दिखाने के लिए एक बेहतरीन मंच मिलेगा। जो उनके भविष्य के लिए वरदान साबित होगा।
कलाकारों का लगेगा जमघट
कार्यक्रम में शिरकत करने वाले कलाकारों में मुख्य रूप से मगध संगीत डांस ग्रुप, नबेंदु भट्टाचार्य ग़ज़ल, बिस्मिलाह खां के परिवार के सदस्यों का प्रदर्शन, बच्चा नसीम कौसर की कव्वाली एवं अल्ताफ राजा अपनी प्रस्तुति देंगे। बता दें कि वर्ष 2022 में भी डुमरांव के राज हाई स्कूल खेल मैदान में बिस्मिल्लाह खां महोत्सव मनाया गया था, जहां पहली बार आयोजित कार्यक्रम में देर रात तक संगीत प्रेमियों व श्रोताओं की भीड़ उमड़ी रही थी। गौरतलब है कि इसके पहले 14 फरवरी को ब्रह्मपुर में भी ब्रह्मपुर महोत्सव का आयोजन किया गया था।
डुमरांव में हुआ था उस्ताद का जन्म
बता दें कि उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का जन्म डुमरांव में 21 मार्च 1916 को हुआ था। वे आगे चलकर देश के मशहूर शहनाई वादक बने तथा देश-विदेश में अपनी फनकारी का लोहा मनवाए। वर्ष 2001 में उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान ’भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। वे तीसरे भारतीय संगीतकार थे,
जिन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने समय में भारत रत्न संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप, पद्म विभूषण पद्म भूषण, आदि कई सम्मान अपने नाम किए हैं। 21 अगस्त 2006 को वाराणसी में उन्होंने अंतिम सांस ली थी।