बक्सर में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने की कसरत तेज, डीएम-एसपी ने जारी किए कड़े निर्देश
जिला प्रशासन ने शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कमर कस ली है। शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य की संयुक्त अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें बक्सर शहर तथा उससे सटे मार्गों पर जाम की पुरानी समस्या को समाप्त करने हेतु कई कड़े और प्रभावी निर्देश दिए गए।
-- टोल प्लाज़ा से लेकर गोलंबर, पुल और बाईपास तक सख्त निगरानी, नंबर प्लेट ढ़कने वाले ट्रकों पर होगी कार्रवाई, हर समय क्रेन उपलब्ध रखने का आदेश
केटी न्यूज/बक्सर।
जिला प्रशासन ने शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कमर कस ली है। शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य की संयुक्त अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें बक्सर शहर तथा उससे सटे मार्गों पर जाम की पुरानी समस्या को समाप्त करने हेतु कई कड़े और प्रभावी निर्देश दिए गए।बैठक में सर्वप्रथम टोल प्लाजा की अव्यवस्थित प्रणाली पर सवाल उठाया गया। जिलाधिकारी ने टोल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिया कि वाहनों को एक ही लेन में कतारबद्ध तरीके से निकाला जाए ताकि अनावश्यक जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। साथ ही चेतावनी दी गई कि अव्यवस्था पाए जाने पर संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई तय है।

इसके साथ ही वीर कुंवर सिंह सेतु पर वाहनों के खराब होने से लगातार जाम की स्थिति बनती रही है। इसे देखते हुए अधिकारियों ने आदेश दिया कि जैसे ही कोई वाहन पुल पर खराब हो, उसे तुरंत क्रेन के माध्यम से हटाया जाए। इसके लिए गोलंबर क्षेत्र में हर समय क्रेन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया, ताकि आपात स्थिति में मिनटों के भीतर राहत मिल सके।
बैठक में एक अहम मुद्दा उन ट्रक चालकों का रहा जो उत्तर प्रदेश की ओर जाते समय टैक्स या चालान से बचने के लिए नंबर प्लेट ढक लेते हैं या पेंट कर देते हैं। इस पर डीएम-एसपी ने कड़ा रुख अपनाते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि ऐसे वाहनों की सघन जांच की जाए और दोषी चालकों पर तुरंत जुर्माना लगाया जाए। साथ ही नंबर बदलने या छिपाने जैसे कृत्यों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।मोटरयान निरीक्षकों की जांच पद्धति पर भी डीएम-एसपी ने असंतोष जताया। निर्देश दिया गया कि अब वाहनों की जांच सड़क पर नहीं, बल्कि किनारे या ऐसे स्थानों पर की जाए, जहां ट्रैफिक प्रभावित न हो और जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।

इसके अलावा शहर के सबसे संवेदनशील स्थान, गोलंबर से लेकर सिंडिकेट भाया बाईपास ज्योति चौक तक अनियंत्रित पार्किंग को जाम की मुख्य वजह माना गया। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को निर्देश दिया गया कि इस पूरे मार्ग में उपयुक्त पार्किंग स्थल चिन्हित कर वाहनों को व्यवस्थित रूप से पार्क कराया जाए। अवैध रूप से खड़े वाहनों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

बैठक के अंत में नगर परिषद बक्सर के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि पूरे शहर में सड़क किनारे फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि अतिक्रमण हटाना शहर के सुचारू यातायात की सबसे बड़ी आवश्यकता है और इसमें किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इस बैठक से उम्मीद है कि शहर की यातायात समस्या में जल्द सुधार दिखेगा। प्रशासन ने साफ संकेत दे दिया कि अब बक्सर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं होगा।
