प्यार की खातिर धर्म की दीवार तोड़कर फरहिना बनी खुशबू, इस्लाम छोड़ मेरठ के किन्नर ने भी अपना लिया हिंदू धर्म, जानिए पूरी बात
बिहार के मुजफ्फरपुर की जिला अदालत में उस समय सभी भौंचक्के हो गए जब एक अनोखी प्रेम कहानी का मामला पहुंचा। अपने प्रेम को पाने के लिए फरहिना ने धर्म की दीवार तोड़ दी और धर्म परिवर्तन के बाद उसने अपना नाम खुशबू रख लिया इसके बाद उसने करण नाम के युवक से शादी करने की बात कह डाली। वही मेरठ के किन्नर ने हिंदू धर्म अपना लिया।
केटी न्यूज, आनलाइन डेस्क। बिहार के मुजफ्फरपुर की जिला अदालत में उस समय सभी भौंचक्के हो गए जब एक अनोखी प्रेम कहानी का मामला पहुंचा। अपने प्रेम को पाने के लिए फरहिना ने धर्म की दीवार तोड़ दी और धर्म परिवर्तन के बाद उसने अपना नाम खुशबू रख लिया इसके बाद उसने करण नाम के युवक से शादी करने की बात कह डाली। वही मेरठ के किन्नर ने हिंदू धर्म अपना लिया।
डेढ़ साल पहले फहरिना और करण के बीच प्यार पनपा
यह मामला करजा थाना क्षेत्र का है, जहां डेढ़ साल पहले फहरिना और करण के बीच प्यार पनपा। इसके बाद दोनों ने शादी का फैसला किया, लेकिन धर्म की दीवार बाधा बन रही थी तो फहरिना ने खुशबू बनकर करण से मंदिर में शादी कर ली। बता दें कि इस बात की भनक लगते ही फहरिना के परिजनों ने फहरिना के अपहरण का मामला दर्ज करा दिया। जब इसकी जानकारी फहरिना को हुई तो वह थाना पहुंच गई, जहां से उसे कोर्ट ले जाकर बयान दर्ज करवाया गया। कोर्ट में फहरिना ने कहा कि दोनों बालिग हैं और साथ रहना चाहते हैं। गले में मंगलसूत्र पहने और मांग में सिंदूर लगाए फहरिना ने बताया कि दोनों मंदिर में शादी कर चुके हैं।
इस्लाम छोड़ मेरठ के किन्नर ने अपना लिया हिंदू धर्म
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मेरठ की शम्मी किन्नर ने मंगलवार को मुजफ्फरनगर पहुंचकर अपना धर्म बदल दिया। वह हिंदू धर्म अपनाकर किरण चौधरी बन गई है। मुजफ्फरनगर के बघरा में स्थित योग साधना यशवीर आश्रम में मेरठ की शम्मी किन्नर ने धर्म परिवर्तन कर सनातन धर्म की दीक्षा ली है।
इस बारे में स्वामी यशवीर महाराज ने बताया कि आचार्य ब्रहाचारी मृगेन्द्र ने पवित्र वेद मंत्रों से विधि-विधान पूर्वक शुद्धि यज्ञ संपन्न कराया। सनातन धर्म की दीक्षा देकर शम्मी का नया नाम किरण चौधरी रखा गया है। गंगा जल का आचमन कराकर जनेऊ धारण कराया गया और तिलक लगाकर कलावा बांधा गया।
पुष्प वर्षा कर भगवा पटका और पगड़ी पहनाई गई
शुद्धि यज्ञ के बाद किरण चौधरी ने यज्ञकुंड की परिक्रमा की। इस दौरान उनके ऊपर पुष्प वर्षा कर भगवा पटका और पगड़ी भी पहनाई गई। उधर, शम्मी से इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैंने अपनी इच्छा से सनातन धर्म अपनाया है क्योंकि सनातन धर्म के तौर-तरीके मुझे काफी अच्छे लगते हैं और अब मैं अच्छा महसूस कर रही हूं।