केसठ में धान की कटाई के साथ ही आलू की बुवाई में जुटे किसान
प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों खेत-खलिहान में रौनक लौट आई है। एक ओर जहां किसान धान की कटाई में पूरी तरह व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर अब खेतों में आलू की बुवाई भी शुरू हो गई है। सुबह से लेकर देर शाम तक किसान अपने खेतों में मेहनत करते नज़र आ रहे हैं। खेतों में ट्रैक्टर की आवाज़ से गांवों में फिर से कृषि मौसम का उल्लास दिखाई दे रहा है।हाल ही में हुई बारिश के कारण धान की फसल को कुछ नुकसान जरूर पहुंचा था, लेकिन किसानों का हौसला कम नहीं हुआ।

केेटी न्यूज/केसठ।
प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों खेत-खलिहान में रौनक लौट आई है। एक ओर जहां किसान धान की कटाई में पूरी तरह व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर अब खेतों में आलू की बुवाई भी शुरू हो गई है। सुबह से लेकर देर शाम तक किसान अपने खेतों में मेहनत करते नज़र आ रहे हैं। खेतों में ट्रैक्टर की आवाज़ से गांवों में फिर से कृषि मौसम का उल्लास दिखाई दे रहा है।हाल ही में हुई बारिश के कारण धान की फसल को कुछ नुकसान जरूर पहुंचा था, लेकिन किसानों का हौसला कम नहीं हुआ।

अब मौसम साफ होते ही किसानों ने कटे हुए खेतों को झाड़कर आलू की बुवाई की तैयारी शुरू कर दी है। कई स्थानों पर किसान कटाई पूरी कर चुके हैं और अब खेतों की जुताई, सिंचाई और बीज उपचार का काम जोरों पर है।रामपुर, केसठ के किसानों ने बताया कि इस बार धान की फसल औसत रही, लेकिन उम्मीद है कि आलू की पैदावार बेहतर होगी। किसान राजकुमार यादव ने बताया, धान से थोड़ा नुकसान हुआ, पर अब हम सब आलू पर भरोसा कर रहे हैं।

समय से बुवाई हो गई तो उपज भी अच्छी मिलेगी। ग्रामीणों का कहना है कि इस बार मौसम अनुकूल रहा तो खेतों में बेहतर पैदावार की उम्मीद है। फिलहाल केसठ के खेतों में धान की बालियां झूम रही हैं और आलू की बुवाई के साथ किसानों की उम्मीदें फिर से हरी हो उठी हैं। खेतों में चल रही हलचल से गांवों में एक बार फिर मेहनतकश किसानों की लगन और परिश्रम की तस्वीर साफ झलक रही है।
