जमीन पर कब्जा दिलवाने गए पूर्व मंत्री समेत पांच गिरफ्तार, दो रायफल व 57 कारतूस बरामद

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राजद के वरिष्ठ नेता छेदी लाल राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। उनके साथ देवढ़िया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय राम समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि चार लोग फरार हो गए है। पुलिस ने पूर्व मंत्री के वाहन से दो लाइसेंसी रायफल व 57 कारतूस बरामद किए है।

जमीन पर कब्जा दिलवाने गए पूर्व मंत्री समेत पांच गिरफ्तार, दो रायफल व 57 कारतूस बरामद

- राजपुर थाना क्षेत्र के सैंथू बसंतपुर छावनी गांव में जमीन पर कब्जा दिलाने गए थे पूर्व मंत्री

- पुलिस को देखते ही भागने लगे, पीछा कर सौरी गांव के पास से पुलिस ने पकड़ा

केटी न्यूूज/बक्सर

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राजद के वरिष्ठ नेता छेदी लाल राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। उनके साथ देवढ़िया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय राम समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि चार लोग फरार हो गए है। पुलिस ने पूर्व मंत्री के वाहन से दो लाइसेंसी रायफल व 57 कारतूस बरामद किए है। घटना रविवार देर शाम की है। इसकी जानकारी मिलते ही तत्काल बक्सर सदर डीएसपी धीरज कुमार राजपुर पहुंच पूछताछ किए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में ही उनपर लगे आरोपों की पुष्टि हुई, जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।

इसके बाद सभी आरोपितो को टाउन थाना बक्सर लाया गया है। जहा सोमवार को कागजी कार्रवाई के बाद इन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस संबंध में सैंथू बसंतपुर छावनी गांव के अंबुज चौबे उर्फ हजारू चौबे ने पूर्व मंत्री व मुखिया प्रतिनिधि के अलावे महेन्द्र राम, गुड्डु खां, सुरेश राम, मनोज राम, गणेश चौबे, अंगद चौबे व अभिमन्यु चौबे के खिलाफ राजपुर थाने में हथियार के बल पर जमीन कब्जा करने तथा जान मारने की नियत का आरोप लगा एफआईआर दर्ज कराया है। पुलिस पूर्व मंत्री छेदी लाल राम, देवढ़िया मुखिया प्रतिनिधि संजय राम के अलावे महेन्द्र राम, गुड्डु खां और सुरेश राम को गिरफ्तार किया है। जबकि मनोज राम, गणेश चौबे, अंगद चौबे व अभिमन्यु चौबे फरार हो गए है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। 

14 एकड़ जमीन पर दो पक्षों के बीच चल रहा था विवाद

मिली जानकारी के अनुसार सैंथू बसंतपुर छावनी गांव के गणेश चौबे व अंबुज उर्फ हजारू चौबे के बीच 14 एकड़ के भू-भाग पर लंबे समय से विवाद चल रहा था। गणेश चौबे ने पिछले साल भी इस जमीन पर अपना दावा किया था। लेकिन इस वर्ष उनका दावा खारिज हो चुका था। जाहिर है जमीन हजारू चौबे की ही थी। इसके बाद उन्होंने पूर्व मंत्री से जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए सहयोग मांगा। ग्रामीण सूत्रों की मानें तो पूर्व मंत्री जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए ही वहा पहूचे थे। इसी दौरान हजारू ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस के अलावे वरीय पदाधिकारियों को दे दी।

सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुची। लेकिन पुलिस को देखते ही एक स्कार्पियो वाहन मे बैठ पूर्व मंत्री व मुखिया प्रतिनिधि समेत कुल पांच लोग भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा कर सौरी गांव के पास से पकड़ लिया। इस दौरान जब वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें दो लाइसेंसी हथियार व 57 कारतूस मिला। जिसके बाद सभी को हिरासत में लेकर पुलिस थाने आई तथा वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी।

राजद सरकार में मंत्री रहे है छेदी राम

बता दें कि पुलिस गिरफ्त में आए छेदी लाल राम राजपुर के पूर्व विधायक है तथा राजद सरकार में मंत्री भी रहे है। उन्हें लालू यादव का करीबी माना जाता है। यही कारण है कि उनकी गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही उनके समर्थक नगर थाना के पास जुट गए थे।

कुछ दिन पहले हुई थी कुख्यात गुड्डु राय की गिरफ्तारी

बता दें कि कुछ दिन पहले राजपुर पुलिस ने ही जमीन विवाद के एक मामले में रामपुर गांव से यूपी व बिहार के कुख्यात गुड्डु राय को हथियारों के जखीरा के साथ गिरफ्तार किया था। उस पर पैसा लेकर जमीन पर कब्जा दिलाने का आरोप है। एक सप्ताह बाद जमीन विवाद के मामले में ही पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी से राजपुर थाना सुर्खियों में है। 

बोले पूर्व मंत्री नहीं मिला है बाडीगॉर्ड, सेल्फ डिफेंस के लिए रखनी पड़ती है रायफल

इस संबंध में पूर्व मंत्री छेदी लाल राम ने बताया कि उन्हें बाडीगॉर्ड नहीं मिला है। सेल्फ डिफेंस के लिए रायफल लेकर चलना पड़ता है। उन्होंने बताया कि वे जमीन पर कब्जा दिलाने नहीं गए थे, बल्कि कोचस से आ रहे थे। इसी दौरान वहा भीड़ देख कुछ देर के लिए रूक गए। पूर्व मंत्री ने कहा कि पुलिस को देख मुझे लगा कि पुलिस अपना काम कर रही है, जिसके बाद मैं आगे बढ़ गया। मुझे नहीं लगा कि पुलिस मेरा पीछा कर रही है। लेकिन आगे जाकर पुलिस ने मुझे पकड़ लिया, तब समझ में आया कि पुलिस उक्त स्थल से ही मेरा पीछा कर रही थी।

क्या कहते है एसपी

पूर्व मंत्री के खिलाफ राजपुर थाने में जमीन पर जबरन कब्जा दिलाने व जान मारने की नियत से हथियार लेकर आने का आरोप लगा एफआईआर दर्ज कराया गया है। उनके वाहन से हथियार मिला है। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है।