जर्मन हैंगर तकनीक से बनें रैन बसेरा का हुआ उद्घाटन
अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में सोमवार को जर्मन हैंगर तकनीक से बने चौबीस बेड के रैन बसेरा का उद्घाटन किया गया। अस्पताल में खुलने से बीमार मरीज के अभिभावकों के अलावे ग्रामीण क्षेत्र जाने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी।
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में सोमवार को जर्मन हैंगर तकनीक से बने चौबीस बेड के रैन बसेरा का उद्घाटन किया गया। अस्पताल में खुलने से बीमार मरीज के अभिभावकों के अलावे ग्रामीण क्षेत्र जाने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। विदित हो कि इसके पहले प्रखंड कार्यालय परिसर में एक रैन बसेरा पहले ही खुल चुका है, जिसका उपयोग यात्री से लेकर जरूरतमंद लोग उठा रहे हैं। मालूम हो की एक रैन बसेरा बनाने में 40 लाख रूपया खर्च हो रहे है, जिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस जर्मन हैंगर रैनबसेरा में क्या खासियत है कि चालीस लाख रूपया खर्च हो रहे हैं। इतने पैसे में तो पक्का स्थायी रैनबसेरा का निर्माण हो सकता है।
इस रैन बसेरा के उदघाटन उप मुख्य पार्षद के अलावे कई वार्ड के महिला व पुरूष वार्ड पार्षद व वार्ड पार्षद प्रतिनिधि भी शामिल थे। इस मौके पर उपस्थित सीआरपी को यह बताया गया की फिल्ड में कार्य के दौरान रैन बसेरा के संबंध में बताया जाए, जिससे लोग पहुंच इसका उपयोग कर सकें। फिर नप स्टाफों के साथ वार्ड पार्षदों से भी अनुरोध किया गया कि रैन बसेरा में मिलने वाली सुविधाओं को भी बताया जाए। मौके पर वार्ड पार्षद सुभद्रा देवी, पूर्व वार्ड पार्षद सोनू राय, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि मदन चौबे, सीआरपी सरोज देवी सहित अन्य मौजूद रहे।