दूसरे दिन भी जारी रहा सेविका सहायिकाओं का अनिश्चित कालीन हड़ताल
- ठप हुआ मासूमों की पढ़ाई और पोषाहार
केटी न्यूज/बक्सर
बिहार राज्य आगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटी सेविका सहायिकाओं का हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहा। उनके हड़ताल पर चले जाने से केन्द्रों में मासूमों की पढ़ाई व पोषाहार ठप हो गया है। शनिवार को अपनी चट्टानी एकता का प्रदर्शन करते हुए हड़तला पर डटी सेविका सहायिकाओं ने स्पष्ट कहा कि या तो उन्हें सरकारी कर्मी का दर्जा दिया जाए नहीं तो सेविकाओं को प्रतिमाह 25 हजार रूपए तथा सहायिकाओं को 18 हजार
रूपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। ताकी इस सम्मान जनक मानदेय से वे अपने परिवार को दो वक्त की रोटी खिला सकें। बच्चों की पढ़ाई तथा बीमारों की दवाई करा सकें। सेविका सहायिकाओं का कहना था कि अभी उन्हें जो मानदेय मिल रहा है वह न्यूनतम मजदूरी से बहुत नीचे है तथा इतने कम पैसे से घर का संचालन तो दूर बच्चों की पढ़ाई या बीमार होने पर दवाई तक नहीं हो सकती है। बता दें कि समिति के आह्वान पर राज्य सरकार के वादा खिलाफी से नाराज सेविका सहायिकाओं ने शुक्रवार से ही अपने पांच सूत्री मांगो को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन के तहत जिलेभर की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने हड़ताल कर दिया है। हड़ताल के दूसरे दिन प्रखंड मुख्यालय पर प्रखंड अध्यक्ष पूनम चौबे की अध्यक्षता में पूरे दिन धरना प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान सेविका तथा सहायिकाओं ने हड़ताल को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर वादा खिलाफी करने तथा उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। सेविका सहायिकाओं ने सरकार विरोधी नारे भी लगाए तथा अपनी चट्टानी एकता प्रदर्शित करते हुए कहा कि जबतक सरकार द्वारा उनकी मांगों को नहीं माना जाता है
तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा। प्रखंड अध्यक्ष पूनम चौबे ने कहा कि इस बार हम किसी भी सूरत में सरकार के आगे झूकने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक उनका आंदोलन न सिर्फ जारी रहेगा बल्कि समय के साथ यह और धारदार होते जाएगा। वही आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने से उसमें पढ़ने वाले बच्चांे के अभिभावकों के लिए समस्या उत्पन्न हो गयी है। धरना में सदर प्रखंड सचिव पुष्पा कुमारी, सुनीता देवी, पूजा मिश्रा, कुमारी अनिच्छा रानी, माधुरी देवी, प्रियंका रंजन, अनीता कुमारी, प्रभावती कुमारी, राजकुमारी देवी, सोना देवी, रेखा पाठक समेत सैकड़ो आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाएं शामिल रही और अपनी मांगो को लेकर आवाज बुलंद किया।
अन्य प्रखंडो में भी जारी रहा हड़ताल
सदर प्रखंड के अलावे जिले के सभी प्रखंडो में आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा। जानकारी के अनुसार चौसा, इटाढ़ी, राजपुर, सिमरी, ब्रह्मपुर, डुमरांव, नावानगर, चौगाई आदि प्रखंडो में भी हड़ताल जारी रहा। सेविका सहाकिओं के हड़ताल पर चले जाने से मासूमों की पढ़ाई व पोषाहार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के साथ ही आईसीडीएस की कई योजनाएं भी लटक गई है। जिससे विभाग की चिंता बढ़ गई है। बता दें कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं के जिम्में ढाई से पांच वर्ष तक के बच्चों को स्कूल जाने के लिए तैयार करने तथा उन्हें एमडीएम के माध्यम से पौष्टिक आहार दे कुपोषण से बचाने की बड़ी जिम्मेवारी होती है। लेकिन राज्य सरकार द्वारा उनका मानदेय काफी कम रखा गया है। पूर्व में भी सेविका सहायिकाओं ने अपने पांच सूत्री मांगो के समर्थन में हड़ताल किया था। तब सरकार द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जल्दी ही उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। लेकिन सरकार इसे अमलीजामा नहीं पहना सकी। जिस कारण एक बार फिर से सेविका सहायिकाओं ने हड़ताल का रूख अख्तियार किया है।