"भोजपुर में वांछित आरोपी की हत्या: पूर्व रंजिश और बालू कारोबार से जुड़ा मामला"

भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के तीर्थकौल गांव के पास रविवार की रात पटना जिले के बालू कारोबारी देवराज राय की हत्या में वांछित एक आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

"भोजपुर में वांछित आरोपी की हत्या: पूर्व रंजिश और बालू कारोबार से जुड़ा मामला"

केटी न्यूज़ / भोजपुर

भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के तीर्थकौल गांव के पास रविवार की रात पटना जिले के बालू कारोबारी देवराज राय की हत्या में वांछित एक आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सोमवार की सुबह संदेश-तीर्थकौल स्थित सत्संग भवन के पास उसका शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान संदेश थाना क्षेत्र के रेपुरा गांव निवासी बलिराम सिंह के 20 वर्षीय पुत्र श्रीराम सिंह के रूप में हुई। शव पर सिर और पीठ में गोली के जख्म के निशान पाए गए।

पुलिस ने मृतक के पास से उसका मोबाइल बरामद किया, जबकि घटनास्थल से एक गोली का पिलेट भी मिला। श्रीराम सिंह तीर्थकौल बालू घाट पर काम करता था। पुलिस और एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की और साक्ष्य एकत्र किए। प्रारंभिक जांच में हत्या के पीछे बालू कारोबार और पूर्व रंजिश के कारण हत्या की संभावना जताई जा रही है। सदर एएसपी परिचय कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की हर एंगल से जांच की। उन्होंने बताया कि मृतक का पूर्व आपराधिक इतिहास भी रहा है।

मृतक के पिता बलिराम सिंह ने बताया कि रविवार की रात श्रीराम सिंह घर से खाना खाकर बालू लोड करने के लिए तीर्थकोल गांव स्थित बालू घाट पर निकला था। सोमवार की सुबह एक चरवाहा बकरी लेकर बगीचे में गया तो उसने कंबल से ढका शव देखा। कंबल हटाने पर मृतक का खून से सना हुआ शव मिला। शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और शव की पहचान की।

बलिराम सिंह ने बताया कि पांच दिन पहले गांव के ही एक व्यक्ति की बुलेट उनके दरवाजे से चोरी हुई थी और कुछ लोग उनके बेटे पर चोरी का झूठा आरोप लगा रहे थे। हालांकि, यह मामला पुलिस तक पहुंचने से पहले ही हल नहीं हो पाया था। बलिराम सिंह ने यह भी साफ किया कि उनके बेटे का बालू घाट पर काम करने वाले किसी से कोई विवाद या दुश्मनी नहीं थी।

पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में पटना जिले के रानीतालाब थाना क्षेत्र में बालू कारोबारी देवराज राय की हत्या हुई थी, जिसमें बलिराम सिंह का भी नाम आरोपित के रूप में लिया गया था, और वह फरार था।

श्रीराम सिंह अपने तीन भाइयों और तीन बहनों में पांचवें स्थान पर था। परिवार में मां विमला देवी, तीन बहनें और दो भाई हैं। इस घटना के बाद मृतक की मां और परिवार के सभी सदस्य गहरे दुख में हैं।