सुमित्रा महिला महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट चयन संपन्न
30 बिहार बटालियन एनसीसी बक्सर के तत्वावधान में सुमित्रा महिला महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स का चयन प्रक्रिया संपन्न हुई। इस चयन अभियान का नेतृत्व कर्नल रीतेश रंजन के निर्देशन में सूबेदार महेश प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. शोभा सिंह, एएनओ लेफ्टिनेंट डॉ. अमृता सिंह, वरीय शिक्षक सुभाष चंद्र शेखर और चीकू समेत कई गणमान्य शिक्षक उपस्थित रहे।

-- अनुशासन, नेतृत्व और साहस का प्रशिक्षण पाएंगी 50 छात्राएं, यूओ त्रिशा कुमारी ने टीएससी दिल्ली में किया नाम रोशन
केटी न्यूज/डुमरांव।
30 बिहार बटालियन एनसीसी बक्सर के तत्वावधान में सुमित्रा महिला महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स का चयन प्रक्रिया संपन्न हुई। इस चयन अभियान का नेतृत्व कर्नल रीतेश रंजन के निर्देशन में सूबेदार महेश प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. शोभा सिंह, एएनओ लेफ्टिनेंट डॉ. अमृता सिंह, वरीय शिक्षक सुभाष चंद्र शेखर और चीकू समेत कई गणमान्य शिक्षक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की करीब 70 छात्राएं चयन प्रक्रिया में शामिल हुईं। सभी अभ्यर्थियों को विभिन्न मापदंडोंकृजैसे शारीरिक क्षमता, अनुशासन और लिखित परीक्षाकृके आधार पर परखा गया। शांतिपूर्ण माहौल में पहले चरण में 55 छात्राओं का चयन हुआ। इसके बाद अंतिम दौर की शारीरिक जांच और लिखित परीक्षा के पश्चात 50 छात्राओं को एनसीसी कैडेट के रूप में चयनित किया गया। चयन प्रक्रिया में वरिष्ठ कैडेट्स स्वाति सिंह और खुशी कुमारी ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
प्राचार्य डॉ. शोभा सिंह ने इस अवसर पर छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी केवल एक संगठन नहीं बल्कि अनुशासन, नेतृत्व और देशभक्ति की एक जीवंत पाठशाला है। उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट्स को सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ सामुदायिक सेवा का भी अवसर मिलता है, जो उनके व्यक्तित्व विकास में अहम योगदान देता है। एएनओ लेफ्टिनेंट डॉ. अमृता सिंह ने कहा कि एनसीसी से जुड़ने वाली छात्राओं को भविष्य में सरकारी नौकरियों और अन्य अवसरों में विशेष प्राथमिकता मिलती है। उन्होंने कैडेट्स को प्रेरित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण जीवनभर उनके साथ रहेगा और हर क्षेत्र में उन्हें मजबूती देगा।
कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि के रूप में महाविद्यालय की छात्रा यूओ त्रिशा कुमारी का नाम प्रमुखता से लिया गया। उन्होंने अपनी मेहनत और कौशल के बल पर टीएससी (थल सेना कैंप) 2025 दिल्ली में चयनित होकर न सिर्फ सुमित्रा महिला महाविद्यालय, बल्कि पूरे 30 बिहार बटालियन का नाम रोशन किया है। उनकी इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि एनसीसी छात्राओं को अपने नेतृत्व और कौशल को निखारने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है।
एनसीसी का उद्देश्य युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और साहस की भावना का विकास करना है। इस चयन प्रक्रिया ने यह भी दिखाया कि ग्रामीण और छोटे शहरों की बेटियां भी आत्मविश्वास और मेहनत के बल पर बड़े मुकाम हासिल कर सकती हैं।