एनडीए ने बिहार में कानून का राज कायम किया है - नीतीश कुमार
राजपुर प्रखंड का नायरा पेट्रोल पंप परिसर शनिवार को राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र बना रहा। मौका था सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन का, जहां उन्होंने जिले को विकास की सौगात भी दी और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक संदेश भी साफ कर दिया।

-- राजपुर में सीएम नीतीश कुमार ने दी सौगाते, 325 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और राजपुर सुरक्षित क्षेत्र से प्रत्याशी की हुई घोषणा
-- मुख्यमंत्री ने राजपुर से एक साथ दिया विकास की सौगात और चुनावी संदेश
-- मुख्यमंत्री को देखने दूर-दूर से आए थे लोग, सुरक्षा की रहे पुख्ता इंतजाम
केटी न्यूज/बक्सर
राजपुर प्रखंड का नायरा पेट्रोल पंप परिसर शनिवार को राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र बना रहा। मौका था सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन का, जहां उन्होंने जिले को विकास की सौगात भी दी और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक संदेश भी साफ कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री द्वारा 325.13 करोड़ रुपये की पांच योजनाओं के शिलान्यास से हुई। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनी स्टॉल का मुआयना किया और योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। लेकिन वास्तविक गर्मी तब आई जब मंच से मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर प्रहार और एनडीए की उपलब्धियों का बखान किया।
-- विकास बनाम अराजकता पर केन्द्रित रहा सीएम का उद्बोधन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पहले की सरकारों में भय और अराजकता का माहौल था, जबकि एनडीए ने बिहार में कानून का राज कायम किया। उन्होंने दावा किया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क और महिलाओं के रोजगार जैसे क्षेत्रों में एनडीए सरकार ने मिसाल कायम की है।
युवाओं को नौकरी और रोजगार के अवसर देने का वादा करते हुए मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए विशेष योजना का भी एलान किया। उनके मुताबिक, महिलाओं को तत्काल 10 हजार रुपये की सहायता मिलेगी और आगे चलकर यह मदद 2 लाख रुपये तक पहुंचाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हर घर तक नल-जल, शौचालय और मुफ्त बिजली पहुंचाना हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
-- उपमुख्यमंत्री ने किया विपक्ष पर तीखा वार
कार्यक्रम में मंच पर मौजूद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कांग्रेस और राजद पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहारियों का अपमान कर उन्हें ‘बी से बीड़ी’ कहा था। आज वही कांग्रेस और राजद मिलकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, केवल भ्रम की राजनीति है।
वहीं सिंचाई मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि इस बार का चुनाव पूरी तरह विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। उनका दावा था कि जनता विपक्षी दलों की नकारात्मक राजनीति को समझ चुकी है और एनडीए की नीतियों के साथ खड़ी है।
-- प्रत्याशी को मिली खुली समर्थन की अपील
कार्यक्रम का सबसे अहम पल तब आया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री संतोष निराला पर भरोसा जताते हुए कार्यकर्ताओं से उन्हें जिताने की अपील की। इस तरह मंच से राजपुर विधानसभा सीट के लिए एनडीए ने पहला आधिकारिक प्रत्याशी घोषित कर दिया। यह कदम न सिर्फ राजनीतिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है बल्कि कार्यकर्ताओं के उत्साह को भी नया बल देने वाला साबित हुआ।
-- चुनावी शक्ति प्रदर्शन में बदला संवाद कार्यक्रम
एनडीए का यह संवाद कार्यक्रम केवल योजनाओं की घोषणा या विकास का बखान भर नहीं रहा। पूरे आयोजन को चुनावी शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा गया। मंच पर मौजूद तमाम नेताओं ने एकजुटता का संदेश दिया और जनता से अपील की कि वे आगामी चुनाव में एनडीए को ही समर्थन दें। बक्सर और आसपास के इलाकों से जुटी भीड़ और कार्यकर्ताओं का उत्साह इस बात का प्रमाण था कि कार्यक्रम केवल सरकारी आयोजन नहीं बल्कि चुनावी रणनीति का हिस्सा था।
-- दोहरी जीत की कोशिश
एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास की उपलब्धियां गिनाकर जनता को लुभाने की कोशिश की, वहीं प्रत्याशी की घोषणा कर कार्यकर्ताओं में चुनावी ऊर्जा भी भर दी। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह कदम एनडीए की ओर से चुनावी बिगुल फूंकने जैसा है, जिसका असर आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीति पर साफ दिखाई देगा।
-- मुख्यमंत्री की एक झलक पाने को बेताब दिखे लोग
संवाद कार्यक्रम के दौरान लोग मुख्यमंत्री की एक झलक पाने को बेताब दिखे। इस दौरान कार्यक्रम स्थल से लेकर जिन रास्तों से मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने वाला था, उन रास्तों पर लोग मुख्यमंत्री की झलक पाने के लिए तल्ख धूप के बावजूद घंटो खड़े रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री का काफिला जिधर से गुजरता, लोग नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगाने लगते। भीड़ में महिलाओं की संख्या भी काफी अधिक थी।
-- चाक-चौबंद थी सुरक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री के संवाद कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी दुरूस्त थी। एसपी शुभम आर्य के नेतृत्व में जिला पुलिस व बाहर से आए जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात थे। बड़ी संख्या में महिला सिपाहियों को भी तैनात किया गया था। कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने वाले सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में रहे, ताकी कही से भी किसी तरह की गड़बड़ी न हो सके। वहीं, मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात स्पेशल कमांडो भी मंच पर घेरा बना रखे थे। इस दौरान किसी को भी मुख्यमंत्री के करीब नहीं जाने दिया गया। सिर्फ पूर्व से जिन लोगों को स्वीकृति मिली थी, उन्हें ही मंच पर जगह दिया गया।