ओह! चिकित्सकीय लापरवाही में बेमौत मारी गई महिला पुलिस कांस्टेबल

ओह! चिकित्सकीय लापरवाही में बेमौत मारी गई महिला पुलिस कांस्टेबल

केटी न्यूज/आरा।

शहर के महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान एक महिला सिपाही की मौत हो गयी। वाकया रविवार की सुबह का है। परिवारीजन मौत के लिए अस्पताल के चिकित्सकों को सीधे जिम्मेदार ठहराए हैं। महिला सिपाही के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों का चार सदस्यीय पैनल किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्या है। फिलहाल इसकी जानकारी नहीं मिली है। 

महिला सिपाही आभा कुमारी (28) कैमूर जिले के चैनपुर थाना स्थित मझुई गांव की रहने वाली थी और आरा पुलिस लाइन में तैनात थी। आभा कुमारी के पति सुजीत सिंह के मुताबिक उनकी पत्नी नौ माह से गर्भवती थी। करीब दो माह से वह महावीर टोला के उस अस्पताल की चिकित्सक की निगरानी में थी। शनिवार को प्रसव दर्द शुरू होने के बाद उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां ऑपरेशन की सलाह देते हुए दाखिल कर लिया गया। सुबह आभा को स्लाईन चढ़ाई गई। इंजेक्शन लगा। उसके बाद उनको ओटी में ले जाया गया। करीब दस मिनट बाद ही पति सुजीत सिंह को संबंधित डॉक्टर बुलाईं और बताईं कि हार्ट अटैक के कारण आभा की मौत हो चुकी है। 

महिला पुलिस कर्मी की मौत की सूचना के बाद डीएसपी ट्रैफिक और थानाध्यक्ष संजीव कुमार सहित कई महिला एवं पुरुष कैंस्टेबल अस्पताल पहुंच गए थे। एक महिला सिपाही की मौत में निजी अस्पताल की लापरवाही की शिकायत को स्वास्थ्य महकमा गंभीरता से लिया। सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद सिंह के निर्देश पर शव के पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का पैनल बना। उसमें जीतेंद्र कुमार, रवि रंजन, महावीर प्रसाद गुप्ता और मधुबाला शामिल रहीं। 

जाहिर है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी। आभा कुमारी साल 2015 में बिहार पुलिस में भर्ती हुई थीं। उनकी पहली पोस्टिंग डेहरी में थी। फिर वहां से उनका ट्रांसफर भोजपुर हुआ था। आभा की मौत से उनकी ससुराल और मायके में कोहराम मच गया है। ससुराल में उनके पति के अलावा ससुर वगैरह हैं जबकि मायके में मां मधुरमा देवी, बहन मीरा कुमारी और भाई विकास कुमार है। आभा भाई, बहनों में सबसे बड़ी थीं।