वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर समाहरणालय सभागार देशभक्ति के सुरों से गूंजा

राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को बक्सर समाहरणालय सभागार में भव्य सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभागार देशभक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत रहा। उप विकास आयुक्त बक्सर आकाश कुमार चौधरी की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी अधिकारियों और कर्मियों ने एक साथ स्वर मिलाकर वंदे मातरम का गायन किया। गीत की गूंज से पूरा परिसर राष्ट्रप्रेम से सराबोर हो उठा।

वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर समाहरणालय सभागार देशभक्ति के सुरों से गूंजा

-- उप विकास आयुक्त आकाश कुमार चौधरी की उपस्थिति में हुआ सामूहिक गायन, अधिकारियों ने जताया 

केटी न्यूज/बक्सर।

राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को बक्सर समाहरणालय सभागार में भव्य सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभागार देशभक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत रहा। उप विकास आयुक्त बक्सर आकाश कुमार चौधरी की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी अधिकारियों और कर्मियों ने एक साथ स्वर मिलाकर वंदे मातरम का गायन किया। गीत की गूंज से पूरा परिसर राष्ट्रप्रेम से सराबोर हो उठा।

कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रगीत वंदे मातरम के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को पुनः स्मरण कराना और देशभक्ति की भावना को जन-जन तक पहुंचाना था। डीडीसी श्री चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि देश की आत्मा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह गीत आज भी हमें एकता, त्याग और मातृभूमि के प्रति समर्पण का संदेश देता है।

इस मौके पर अपर समाहर्ता बक्सर, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता सहित समाहरणालय के विभिन्न शाखाओं के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे। सभी ने एक साथ राष्ट्रगीत के सुरों में सुर मिलाते हुए देश के प्रति निष्ठा और सम्मान का परिचय दिया।

कार्यक्रम के दौरान वंदे मातरम के रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के योगदान को भी याद किया गया। अधिकारियों ने कहा कि यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत रहा और आज भी यह राष्ट्र गौरव का प्रतीक है।कार्यक्रम के अंत में उप विकास आयुक्त ने सभी उपस्थित अधिकारियों को राष्ट्रहित में अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल देशभक्ति की भावना को सशक्त करते हैं, बल्कि कार्यस्थल पर सामूहिकता और सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ाते हैं।

इस प्रकार, वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने का यह अवसर बक्सर प्रशासन के लिए गर्व और प्रेरणा का दिन साबित हुआ।