पैक्स संचालित बैंक ने किया खाताधारकों के बकाया भुगतान शुरू
केटी न्यूज में प्रकाशित खबर नया भोजपुर के गरीब खाताधारक रविशंकर गुप्ता के लिए मददगार बनी है। खबर प्रकाशन के बाद पैक्स अध्यक्ष मेराज खान पैक्स संचालित बैंक के खाताधारक न सिर्फ रविशंकर गुप्ता के दरवाजे पर पहुंच शोक संवेदना व्यक्त किया
- केटी न्यूज के खबर पर पैक्स अध्यक्ष ने लिया तत्काल संज्ञान
- रविशंकर के माता पिता के निधन पर शोक जता किया भुगतान
केटी न्यूज/डुमरांव
केटी न्यूज में प्रकाशित खबर नया भोजपुर के गरीब खाताधारक रविशंकर गुप्ता के लिए मददगार बनी है। खबर प्रकाशन के बाद पैक्स अध्यक्ष मेराज खान पैक्स संचालित बैंक के खाताधारक न सिर्फ रविशंकर गुप्ता के दरवाजे पर पहुंच शोक संवेदना व्यक्त किया बल्कि रविशंकर के पिता के श्राद्ध कर्म के लिए उसके खाता का बकाया राशि में से दस हजार रुपया का तत्काल भुगतान कर सभी खाताधारकों के उम्मीद को जागृत कर दिया है। रविशंकर गुप्ता ने बताया कि पैक्स अध्यक्ष मेराज खान मंगलवार की देर शाम उनके दरवाजे पर आए थे तथा माता-पिता की मौत पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त कर खाता का बकाया राशि का शीघ्र भुगतान करने का आश्वासन दिए। इस दौरान उन्होंने तत्काल दस हजार रुपया का भुगतान भी कर दिया है। इस संबंध में पैक्स अध्यक्ष का कहना है कि इस पूरे मामले की जानकारी उन्हें नहीं थी। मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी होने के बाद जरूरतमंद खाताधारकों का पैसा का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर शुरू कर दिया गया है। उन्होंने सभी खाताधारकों से धैर्य पूर्वक सहयोग का अनुरोध करते हुए कहा कि सभी ऋणधारकों को नोटिस निर्गत किया जा रहा है। ऋण राशि वसूली के साथ खाताधारकों के बकाया राशि का भुगतान तेज कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांव के कुछ लोग इस पूरे मामले में गंदी राजनीति कर माहौल को बिगड़ने तथा पैक्स संचालित बैंक का क्रेडिट खराब करना चाहते हैं। पैक्स अध्यक्ष ने मीडिया में प्रकाशित खबर की सराहना करते हुए कहा कि यह मामला अखबार के माध्यम से ही हमारे संज्ञान में आया है। उल्लेखनीय है कि केटी न्यूज में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। जिसमें बताया गया था कि नया भोजपुर के रविशंकर गुप्ता भोजपुर जदीद पैक्स द्वारा संचालित बैंक में प्रतिदिन एक सौ रुपया का डेली एकाउंट चलाते थे। पैसा जमा करने का कार्य योजना 13 महीने के लिए निर्धारित था। अकाउंट के मैच्योरिटी होने पर 40 हजार रुपया भुगतान का आश्वासन बैंक द्वारा दिया गया था। अब से करीब एक वर्ष पूर्व इनके डेली अकाउंट का मैच्योरिटी हो गया था। पैसा के लिए रवि शंकर लगातार बैंक का चक्कर लगा रहे थे। तभी उनकी मां रेणु देवी की तबीयत खराब हुई। पैसा के अभाव में समुचित इलाज भी नहीं हो पाया और आखिरकार उनका निधन हो गया। उधर बैंक से हर बार झूठा आश्वासन मिलता रहा। मां रेणु देवी के श्राद्ध कर्म से रविशंकर निवृत भी नहीं हुए की पिता सुरेंद्र हलवाई को कैंसर हो गया। रवि शंकर को एकबार फिर से पैसे की सख्त जरूरत पड़ी तथा बैंक का चक्कर लगाना पड़ा। बैंक ने इनका पासबुक जमा कर पेमेंट वाउचर पर यह कह कर हस्ताक्षर करा लिया कि लोन राशि की रिकवरी से पैसा मिलते ही भुगतान घर तक पहुंच कर दिया जाएगा। सात सितंबर को रविशंकर के पिता सुरेंद्र हलवाई का पटना के महावीर कैंसर संस्थान में निधन हो गया। श्राद्ध कर्म की तैयारी शुरू हुई। बैंक से पैसा भुगतान अब तक नहीं हुआ है। गुरुवार को रविशंकर के पिता का श्राद्ध कर्म हैं। पैक्स अध्यक्ष ने इनका सभी बकाया पैसा देने का आश्वसन दिया है। रविशंकर का पूरा परिवार इस प्रयास के लिए केटी न्यूज को धन्यवाद दे रहा है।