लाल बाबा आश्रम में नौ दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव की तैयारियां तेज
बक्सर के सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में इस वर्ष पूज्य लाल बाबा सरकार के 19वें निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में नौ दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। 7 दिसंबर से प्रारंभ होकर 15 दिसंबर तक चलने वाले इस आध्यात्मिक आयोजन को लेकर आश्रम परिसर भक्ति, सजावट और उत्साह के माहौल से जगमगा उठा है। प्रतिदिन श्रद्धालु भक्ति और आध्यात्मिकता से भरपूर वातावरण में श्रीराम कथा का रसपान करेंगे।
-- 7 से 15 दिसंबर तक हरिद्वार के संत बैकुंठनाथ जी महाराज करेंगे कथा वाचन, 16 को भव्य भंडारा
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर के सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में इस वर्ष पूज्य लाल बाबा सरकार के 19वें निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में नौ दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। 7 दिसंबर से प्रारंभ होकर 15 दिसंबर तक चलने वाले इस आध्यात्मिक आयोजन को लेकर आश्रम परिसर भक्ति, सजावट और उत्साह के माहौल से जगमगा उठा है। प्रतिदिन श्रद्धालु भक्ति और आध्यात्मिकता से भरपूर वातावरण में श्रीराम कथा का रसपान करेंगे।

कथा का वाचन हरिद्वार स्थित माया मधुसूदन धाम के पीठाधीश्वर, जगद्गुरु रामानुजाचार्य परंपरा के संत स्वामी श्री बैकुंठनाथ जी महाराज अपने श्रीमुख से करेंगे। वे पूज्य श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के कृपा पात्र माने जाते हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं को श्रीराम चरित के दिव्य प्रसंगों, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों और भक्ति एवं धर्म की गूढ़ शिक्षाओं को सुनने का सौभाग्य प्राप्त होगा। रोजाना कथा के माध्यम से शांति, प्रेम और सद्भावना का संदेश प्रसारित किया जाएगा।

आयोजन समिति के सदस्यों और आश्रम के महंत सुरेंद्र जी महाराज ने बताया कि यह कथा महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने वाला पर्व है। उन्होंने कहा कि बक्सर सहित आसपास के जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह अद्भुत आध्यात्मिक अनुभूति का अवसर होगा। महंत ने सभी भक्तों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर श्रीराम कथा का लाभ लेने की अपील की है।

कथा महोत्सव का समापन 16 दिसंबर को विशाल सत्संग और भंडारा के साथ किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। भंडारे की तैयारियों को लेकर आश्रम परिसर में विशेष व्यवस्था की जा रही है।इन दिनों आश्रम परिसर दीपों, तोरणों और भक्ति‐रंगों से सुसज्जित है। भक्तों की भीड़, घंटियों की गूंज और धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारी से पूरा क्षेत्र आध्यात्मिक उत्सव में डूबा हुआ है। लाल बाबा आश्रम की यह परंपरा न केवल बक्सर की धार्मिक धरोहर को समृद्ध करती है बल्कि क्षेत्र में आध्यात्मिक पर्यटन को भी नई दिशा देती है।
