ट्रक और ऑटो की टक्कर में स्कूली छात्र की मौत, दंपति सहित आधा दर्जन जख्मी
- पूजा करने ब्रह्मपुर जाने के दौरान आरा-बक्सर हाईवे पर हुआ हादसा
- घायलों में छात्र के भाई समेत दो की हालत गंभीर, पटना रेफर
- हादसे के बाद ट्रक छोड़ कर भाग निकला चालक, पुलिस ने किया जब्त
केटी न्यूज/आरा
जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के रानीसागर गांव के पास आरा-बक्सर हाईवे पर मंगलवार की दोपहर ट्रक और सवारियों से भरी ऑटो में जोरदार भीषण टक्कर हो गयी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे ऑटो पर सवार एक स्कूली छात्र की मौत हो गई। हादसे में उसके पिता, मां और भाई समेत सात अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इनमें छात्र के भाई समेत दो की हालत नाजुक बनी है। आरा सदर अस्पताल में इलाज के बाद दोनों को पटना रेफर कर दिया गया है। अन्य घायलों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। मृतक और जख्मी एक ही परिवार के सदस्य और रिश्तेदार हैं। सभी अपने ही ऑटो से पूजा करने जा रहे थे। मृतक छात्र बिहिया थाना क्षेत्र के जमुआंव गांव निवासी वीरेंद्र यादव का 11 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार था। घायलों में मनीष के पिता वीरेंद्र यादव, मां गीता देवी, भाई राजू कुमार, उसी गांव के नारद यादव का पुत्र सोनू कुमार, बिहिया गांव निवासी जितेंद्र यादव की पत्नी प्रियंका देवी, नेपाली यादव की पत्नी सीता देवी और कटेया गांव निवासी गोवर्धन यादव की पत्नी गुड्डी देवी शामिल है। पूजा करने बक्सर जिले के ब्रह्मपुर धाम जाने के दौरान हादसा हुआ। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़ भाग गया। इधर, हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी और चीख-पुकार मच गयी। इससे देख आसपास के लोग पहुंचे और ऑटो में लंबे सभी लोगों को बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और ट्रक व अॉटो को जब्त कर लिया। उसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
पूजा करने बक्सर जिला के ब्रह्मपुर जा रहे थे सभी
बिहिया के जमुआंव निवासी वीरेंद्र यादव की पत्नी गीता देवी ने बताया कि मंगलवार की दोपहर सभी लोग अपने ही ऑटो पर सवार होकर पूजा करने बक्सर जिला के ब्रह्मपुर जा रहे थे। उसी बीच शाहपुर थाना क्षेत्र के रानीसागर गांव के समीप सामने से आ रहे बेलगाम ट्रक ने उऑटो में जोरदार टक्कर मार दिया। इससे ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गई। उससे सभी लोग ऑटो में दब गये और गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से सभी को इलाज के लिए बिहिया पीएचसी से आरा सदर अस्पताल लाया गया। वहां इलाज के दौरान उनके पुत्र मनीष कुमार ने दम तोड़ दिया। वहीं प्राथमिक उपचार करने के बाद सोनू कुमार और उनके पुत्र राजू कुमार की हालत देखत हुए पटना रेफर कर दिया गया।
अपना दर्द भूल बेटे के शव के पास बिलखती रही मां
जिले में रफ्तार के कहर ने फिर एक घर की खुशियां उजाड़ दी। पूजा करने जाने के दौरान परिवार ने एक बेटा को दिया, तो दूसरे बेटे अन्य सदस्य अस्पताल के बेड पर मौत से लड़ रहे हैं। सबसे बुरा हाल उस मां का है, जिसने एक बेटा तो खो ही दिया है। वहीं, दूसरा भी गंभीर हालत में पटना रेफर कर दिया गया है। पति के साथ वह खुद भी अस्पताल में भर्ती है। बेटे के वियोग में उसका हाल बेहाल है। अपना दर्द भूल कर वह बेटे के शव के पास बिलख रही थी। वह अपने दूसरे बेटे की जिंदगी की भगवान से भीख भी मांग रही थी। बताया जाता है कि गीता देवी को पुत्र और एक बेटी है। वह अपने पूरे परिवार के साथ पूजा करने जा रही थी। लेकिन हादसे ने उसके घर की खुशियां छीन ली। एक ही झटके में उसने अपना एक बेटा को दिया। हादसे के बाद उसके घर में कोहराम मचा है।