बक्सर में 63.79 करोड़ की अनक्लेम्ड पूंजी पर सरकार की नजर

जिले के विभिन्न सरकारी व निजी बैंकों में वर्षों से निष्क्रिय पड़े खातों में जमा करोड़ों रुपये अब खाताधारकों या उनके परिजनों तक पहुंचाने की दिशा में ठोस पहल शुरू हो गई है। बक्सर जिले में कुल 1 लाख 42 हजार 928 खातों में 63 करोड़ 79 लाख रुपये अनक्लेम्ड राशि के रूप में जमा होने का खुलासा हुआ है। इस राशि के निबटान और लोगों को उनके वित्तीय अधिकार दिलाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला समाहरणालय स्थित नए सभागार में “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” अभियान के तहत विशेष जागरूकता सह समाधान शिविर का आयोजन किया गया।

बक्सर में 63.79 करोड़ की अनक्लेम्ड पूंजी पर सरकार की नजर

-- आपकी पूंजी, आपका अधिकार” अभियान के तहत 1.42 लाख खातों की राशि लौटाने की पहल तेज

केटी न्यूज/बक्सर

जिले के विभिन्न सरकारी व निजी बैंकों में वर्षों से निष्क्रिय पड़े खातों में जमा करोड़ों रुपये अब खाताधारकों या उनके परिजनों तक पहुंचाने की दिशा में ठोस पहल शुरू हो गई है। बक्सर जिले में कुल 1 लाख 42 हजार 928 खातों में 63 करोड़ 79 लाख रुपये अनक्लेम्ड राशि के रूप में जमा होने का खुलासा हुआ है। इस राशि के निबटान और लोगों को उनके वित्तीय अधिकार दिलाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला समाहरणालय स्थित नए सभागार में “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” अभियान के तहत विशेष जागरूकता सह समाधान शिविर का आयोजन किया गया।

-- वित्त मंत्रालय व आरबीआई के निर्देश पर शिविर का आयोजन

यह शिविर वित्त मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के आलोक में आयोजित किया गया। शिविर का उद्घाटन उप विकास आयुक्त निहारिका छवि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर अपर समाहर्ता बक्सर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता (बैंकिंग), डीडीएम नाबार्ड, जिले के सभी बैंकों के जिला समन्वयक, बीमा कंपनियों के प्रबंधक सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

-- 142928 खातों में 63.79 करोड़ रुपये अनक्लेम्ड

शिविर की शुरुआत करते हुए अग्रणी जिला बैंक कार्यालय के वरीय प्रबंधक महावीर प्रसाद गुप्ता ने अभियान के उद्देश्य और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बक्सर जिले के विभिन्न बैंकों में कुल 142928 खातों में 63.79 करोड़ रुपये अनक्लेम्ड राशि के रूप में जमा हैं।इनमें से 109804 व्यक्तिगत खातों में 44.41 करोड़ रुपये, 33124 संस्थागत व सरकारी खातों में 19.37 करोड़ रुपये शामिल हैं।उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 30 नवंबर 2025 तक 119 खातों में 1.79 करोड़ रुपये की अनक्लेम्ड राशि का सफलतापूर्वक निबटारा कर खाताधारकों या उनके उत्तराधिकारियों को भुगतान किया जा चुका है।

-- सरल, पारदर्शी और समयबद्ध निबटान का लक्ष्य

अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य सभी वैध दावों का सरल, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से निबटान करना है, ताकि आम नागरिकों को बैंकों और बीमा कंपनियों के चक्कर न काटने पड़ें। इसके लिए प्रक्रियाओं को आसान बनाया गया है और ऑनलाइन माध्यमों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

-- जागरूकता से ही मिलेगा वित्तीय अधिकार - डीडीसी

उप विकास आयुक्त निहारिका छवि ने अपने संबोधन में कहा कि अनक्लेम्ड जमा राशि, बीमा दावे और अन्य वित्तीय दावों को समय पर प्राप्त करने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है। सरकार का यह अभियान लोगों को उनकी मेहनत की कमाई लौटाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि कई बार जानकारी के अभाव में लोग अपने ही पैसे से वंचित रह जाते हैं, जिसे यह अभियान दूर करने का काम करेगा।

-- मृत्यु या जानकारी के अभाव में अटकी रहती है राशि

कार्यक्रम में बताया गया कि देशभर में लाखों ऐसे निवेशक हैं, जिन्होंने बैंकों, बीमा कंपनियों या म्यूचुअल फंड में निवेश किया, लेकिन खाताधारक की मृत्यु, पता बदलने या जानकारी के अभाव में वह राशि अनक्लेम्ड रह जाती है। बाद में यह राशि संबंधित विभागों में जमा हो जाती है। इसी “खोई हुई पूंजी” को निवेशकों या उनके परिजनों तक वापस पहुंचाने के लिए यह योजना चलाई जा रही है।

-- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की दी गई जानकारी

शिविर में उपस्थित लोगों को अनक्लेम्ड राशि से जुड़े दावों तक पहुंच आसान बनाने के लिए उपलब्ध सरकारी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और आवेदन प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी गई। अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे अपने पुराने बैंक खाते, बीमा पॉलिसी और निवेश दस्तावेजों की जांच करें और समय रहते दावा प्रस्तुत करें, ताकि उनकी जमा पूंजी सुरक्षित रूप से उन्हें वापस मिल सके।