बक्सर उत्पाद विभाग का अमानवीय चेहरा, ग्रामीणों के विरोध पर शराबी युवक को चलती गाड़ी से फेंका

बक्सर उत्पाद विभाग का अमानवीय चेहरा, ग्रामीणों के विरोध पर शराबी युवक को चलती गाड़ी से फेंका

- पुराना भोजपुर चौक के पास शनिवार देर शाम की है घटना

- शराबी को छुड़ाने केे लिए ग्रामीणों द्वारा पत्थरबाजी की बातें भी आ रही है सामने

केटी न्यूज/डुमरांव

शनिवार की देर शाम उत्पाद विभाग का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है। उत्पाद विभाग की टीम ने एक शराबी युवक को दबोचने के बाद ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद उसे चलती गाड़ी से फेंक भाग गई। चलती गाड़ी से फेंके जाने के कारण युवक अचेत हो गया तथा उसे गंभीर चोटें आई थी। घटना शनिवार की शाम करीब 7.30 बजे पुराना भोजपुर चौक की है। मिली जानकारी के अनुसार सिमरी थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर गांव का एक 35 वर्षीय युवक  शराब के नशे में था। वह बाइक पर अपनी छोटे बच्चें को भी बैठाया था। पुराना भोजपुर चौक गाड़ी रोक पान खा रहा था। संयोग से उसी समय उत्पाद विभाग की टीम कही से छापेमारी कर लौट रही थी तथा उनकी नजर युवक पर पड़ गई। उसकी हरकतों को देख टीम समझ गई कि यह शराब का सेवन किया है। इसके बाद उत्पाद विभाग की टीम उसे पकड़ अपने वाहन में बैठाने लगी। लेकिन उसकी वह बच्चें तथा रात का हवाला दे उसे छोड़ने की आरजू मिन्नत उत्पाद विभाग की टीम से करने लगा था। उसने बताया कि उसकी पत्नी इलाजरत है तथा वह बच्चें को लेकर घर पहुंचाने जा रहा है। लेकिन उसे दरकिनार कर टीम ने उसे पकड़ अपने वाहन में बैठा लिया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीण भी उसे छोड़ने की गुहार उत्पाद विभाग की टीम से करने लगे।

ग्रामीणों का कहना था कि इतनी रात में मासूम बच्चा कहा जाएगा। लेकिन उत्पाद विभाग की टीम ने किसी की नहीं सुनी और उसे गाड़ी में बैठा लेकर बक्सर की तरफ बढ़ने लगी। इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए। ग्रामीणों द्वारा पत्थरबाजी किए जाने की जानकारी भी मिली हैै। ग्रामीणों के भारी विरोध के आगे चौक से करीब 100 मीटर दूर जाकर जब उत्पाद विभाग की टीम को लगा कि वे लोग ग्रामीणों से पूरी तरह से घिर गए है तब उसे चलती गाड़ी से फेंक भाग निकले। लेकिन गाड़ी से फेकने के दौरान युवक को गंभीर चोटें आ गई तथा वह बेहोश हो गया। उसके सर से खून की धारा बह रही थी। जिसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय किसी अस्पताल में उसका इलाज करवाया। बहरहाल इस वाकए में उत्पाद विभाग का अमानवीय चेहरा सामने आया है। लोगों का कहना है कि उत्पाद विभाग की टीम को ऐसा नहीं करना चाहिए था। ऐसे में युवक की जान भी जा सकती थी। हालांकि इस संबंध में किसी भी पक्ष द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने की जानकारी नहीं मिली है। नया भोजपुर ओपी प्रभारी सुबोध कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने इसे उत्पाद विभाग का मामला बताया।  

कहते है उत्पाद अधीक्षक 

वही उत्पाद अधीक्षक देवेंद्र कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि शराबी को पकड़ने के बाद उसे हिरासत में लिया गया था। इसी दौरान पुराना भोजपुर के ग्रामीणों ने धक्का मुक्की किया और पुलिस टीम पर ईट पत्थर भी चलाए। जान बचाकर भागने के दौरान  वह गाड़ी से कूद गया था।