इलाज के लिए आने वाले मरीजों का जर्नी टाइम व वेटिंग टाइम 30 मिनट के अंदर कराए - प्रभारी जिलाधिकारी
प्रभारी जिलाधिकारी बक्सर सह डीडीसी आकाश चौधरी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग एवं जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक में प्राप्त निर्देश के अनुपालन की समीक्षा समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में की गई।

-- प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी ने की स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा
-- बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के वेतन या मानदेय भुगतान करने का दिया निर्देश
केटी न्यूज/बक्सर
प्रभारी जिलाधिकारी बक्सर सह डीडीसी आकाश चौधरी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग एवं जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक में प्राप्त निर्देश के अनुपालन की समीक्षा समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में की गई।
संस्थागत प्रसव की समीक्षा के क्रम में प्रखंड चक्की एवं राजपुर में कम प्रगति होने के कारण संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से शो-कॉज पूछते हुए मंतव्य के साथ प्रतिवेदन देने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। साथ ही जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संस्थागत प्रसव में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया।
बक्सर जिलांतर्गत सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जीएनएम की प्रतिनियुक्ति नियमानुसार करने के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया। एसएनसीयू में प्रतिनियुक्त डॉक्टरों की ससमय एवं निर्धारित समय तक उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा गया।
सीएस को निर्देश दिया गया कि महिला एवं पुरुष बंध्याकरण के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध एक माह के अंदर शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे।सिविल सर्जन को सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगी कल्याण समिति का गठन कर उसका नियमित बैठक कराने का निर्देश दिया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए आने वाले मरीजों का जर्नी टाइम एवं वेटिंग टाइम की समीक्षा के क्रम में सदर अस्पताल बक्सर की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। सिविल सर्जन बक्सर एवं जिला स्वास्थ्य प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि चिकित्सको की उपस्थिति एवं आवश्यक सुधार सुनिश्चित कराते हुए जर्नी टाइम एवं वेटिंग टाइम को 30 मिनट के अंदर कराना सुनिश्चित करें।
टीबी मरीजों के पहचान के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार प्रखंड राजपुर में उपलब्धि काफी कम पाई गई। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बक्सर जिला, उपाधीक्षक सदर अस्पताल बक्सर एवं अनुमंडल अस्पताल डुमरांव को लक्ष्य के अनुरूप मरीजों का टीबी जांच करने का निर्देश दिया गया। पोषण पुनर्वास केंद्र में मात्र सात बच्चों का इलाज किया गया, जिस पर प्रभारी जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताई। सिविल सर्जन को जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस से समन्वय स्थापित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को भेजने का निर्देश दिया गया।
प्रभारी जिलाधिकारी ने सीएस को निर्देश दिया कि बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर चिकित्सकों एवं कर्मियों का वेतन या मानदेय भुगतान करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही निर्देश दिया गया कि जिला अंतर्गत सभी अस्पताल में आवश्यक उपकरण एवं दवा आदि की समीक्षा एवं समन्वय कर पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बक्सर जिला को निर्देश दिया गया कि कायाकल्प, एनक्यूएस में प्रगति हेतु अगली बैठक के पूर्व सभी आवश्यक तैयारी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कर लेंगे।