नगर फुटपाथ की घेराबंदी किये गए बैरियर को नप ने हटवाया

नगर परिषद के द्वारा तीन साल पहले फुटपाथ की घेराबंदी कर लोहे का बैरियर लगाया गया था। जिस बैरियर को सुरक्षा की दृष्टि के लिये नप ने लगवाया था, वही आम नाकरिकों के लिये असुरक्षा पैदा कर रहे था। जहां तक बैरियर को लगाया गया था, वहां तक के फुटपाथ को दुकानदारों ने कब्जा कर लिया था।

नगर फुटपाथ की घेराबंदी किये गए बैरियर को नप ने हटवाया

-- 60 लाख रूपय में नया थाना से ट्रेनिंग स्कूल तक लगाए गए थे लोहे के बैरियर

केटी न्यूज/डुमरांव 

नगर परिषद के द्वारा तीन साल पहले फुटपाथ की घेराबंदी कर लोहे का बैरियर लगाया गया था। जिस बैरियर को सुरक्षा की दृष्टि के लिये नप ने लगवाया था, वही आम नाकरिकों के लिये असुरक्षा पैदा कर रहे था। जहां तक बैरियर को लगाया गया था, वहां तक के फुटपाथ को दुकानदारों ने कब्जा कर लिया था।

फिर फुटपाथी दुकानदारों के लिये कोई जगह ही नहीं बची थी, जिसके कारण वे अपनी दुकान बैरियर के आगे लगाना शुरू कर दिये थे। बैरियर के आगे दुकान लगाने से एनएच-120 का दायरा सीमट गया था, जिससे हादसे का डर बराबर बना रहता था, कईबार दुर्घटनाएं हो गई थी। इस बैरियर को खड़ा करने में नगर परिषद ने लगभग 60 लाख रूपया खर्च किया था।

 बैरियर लगने के बाद से ही नप को लोगों का आक्रोश झेलना पड़ रहा था। बढ़ते आक्रोश को देखते हुए नगर परिषद ने मंगलवार की रात को जेसीबी लगार उखाड़ दिया। सुबह जब लोगों की निंद खुली तो सभी लंबी-चौड़ी सड़क देख आश्चर्य में पड़ गए। फिर उन्होंने देखा की फुटपाथ की घेराबंदी कर जो बैरियर लगाए गए थे, कहीं नजर नहीं आ रहे थे। उक्त बैरियर को हटाए जाने से उनसभी में काफी खुशी थी।

अब यह सवाल चारो तरफ गुंज रहा था कि नप ने बैरियर लगाकर 60 लाख सरकारी राशि का दुरूपयोग किया है। इस बैरियर को लगाना ही नहीं चाहिए था। नप कर्मी और अधिकारियों का कहना है कि जो दुकानदार फुटपाथ का कब्जा करेंगे उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। नप के इस कार्रवाई से नगरवासियों में जहां एक तरफ खुशी है तो दूसरी तरफ इस बात का दुख है

कि नप के तत्कालीन बोर्ड ने आम जनता के साठ हजार रूपये को पानी में बहा दिया। नप के अधिकारियों का कहना है की स्थायी दुकानदार यदि अपने दुकान का दायरा फुटपाथ तक बढ़ाते हैं तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।