जहां अपना कोई साथी नहीं होता, वहां पुस्तक साथ देती है - डीएम

पुस्तक हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। जीवन के आरंभ से लेकर अंत तक पुस्तकें हमारी साथी होती हैं। जहां हमारा अपना कोई साथी नहीं होता है वहां पुस्तक ही हमारा साथ देती है। इसलिए पुस्तकों से नजदीकी बढ़ाएं। यह करियर के लिए तो जरूरी है ही, जो पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, नौकरी कर रहे हैं उन्हें भी खुद को पुस्तकों से जोड़े रखना चाहिए।

जहां अपना कोई साथी नहीं होता, वहां पुस्तक साथ देती है - डीएम

केटी न्यूज/डुमरांव 

पुस्तक हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। जीवन के आरंभ से लेकर अंत तक पुस्तकें हमारी साथी होती हैं। जहां हमारा अपना कोई साथी नहीं होता है वहां पुस्तक ही हमारा साथ देती है। इसलिए पुस्तकों से नजदीकी बढ़ाएं। यह करियर के लिए तो जरूरी है ही, जो पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, नौकरी कर रहे हैं उन्हें भी खुद को पुस्तकों से जोड़े रखना चाहिए। हर उम्र में पुस्तकें आपके लिए अच्छी ही साबित होंगी। जब आप इसमें रम जाएंगे तो बहुत आनंद आएगा।

उक्त बातें शनिवार को डुमरांव के सीपीएसएस प्लस टू हाईस्कूल के परिसर में सामुदायिक पुस्तकालय का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने कही। उन्होंने पुस्तकालय की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस पुस्तकालय से समाज के गरीब-निर्धन बच्चों को पढ़ने में काफी सहूलियत होगी। खासकर वैसे बच्चे जो किताब खरीदने में असमर्थ होते हैं, उनकी प्रतिभा निखारने में इस पुस्तकालय का अहम योगदान होगा।

इस दौरान स्मार्ट क्लास, प्रयोगशाला सहित अन्य कक्षाओं का उन्होंने निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूल के प्रधानाध्यापक डॉ. मो. अशफाक ने आगत अतिथियों को अंग वस्त्र व बुके देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में एसडीओ राकेश कुमार, डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी, शिक्षा योजना लेखा पदाधिकारी चंदन कुमार द्विवेदी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम रजनीश उपाध्याय, थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत सहित विद्यालय के शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।