लापता शिक्षक का शव बरामद, परिवार में शोक की लहर

आरा के टाउन थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट शिक्षक का शव चौथे दिन बरामद किया गया है। रविवार दोपहर गौसगंज स्थित शमशान घाट के समीप गांगी नदी से उनका शव मिलने की खबर से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।

लापता शिक्षक का शव बरामद, परिवार में शोक की लहर

केटी न्यूज़/आरा 

आरा के टाउन थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट शिक्षक का शव चौथे दिन बरामद किया गया है। रविवार दोपहर गौसगंज स्थित शमशान घाट के समीप गांगी नदी से उनका शव मिलने की खबर से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।

मृतक की पहचान 56 वर्षीय अजय शाह के रूप में हुई है, जो स्व. अशोक कुमार साह के पुत्र हैं। अजय पेशे से प्राइवेट शिक्षक थे, जो बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने के लिए घर-घर जाते थे। इसके अलावा, उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में बैक एक्टर के तौर पर भी काम किया था। उनकी notable फिल्मों में "फिर हेरा-फेरी", "चुपके-चुपके", "भागम-भाग" और "खट्टा मीठा" शामिल हैं। अजय शाह ने अपने अभिनय करियर के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

अजय के बड़े भाई अरुण कुमार साह ने बताया कि अजय 25 सितंबर को घर से निकले थे, लेकिन उसके बाद लौटकर नहीं आए। परिजनों ने उनकी काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। जब उन्हें उनकी तलाश में निराशा होने लगी, तो परिवार ने 27 सितंबर को टाउन थाना में अजय के लापता होने की लिखित सूचना दी। रविवार को जब परिवार के सदस्य गौसगंज के शमशान घाट के पास पहुंचे, तो उन्हें अजय की चप्पल दिखाई दी। यह देखकर उन्हें चिंता हुई और उन्होंने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीम को बुलाया।

एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मेहनत की और अंततः अजय का शव नदी से बाहर निकालने में सफल रही। शव को निकालने के बाद पुलिस ने उसे अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के सदस्यों का कहना है कि अजय की शादी नहीं हुई थी, और वे तीन भाइयों और एक बहन में दूसरे स्थान पर थे। उनके परिवार में दो अन्य भाई-अरुण कुमार साह और राज कुमार साह-और एक बहन बबीता देवी शामिल हैं। अजय की अचानक मौत से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है, और सभी सदस्य गहरे दुःख में हैं।

यह घटना स्थानीय समुदाय के लिए भी एक झटका है, क्योंकि अजय शाह एक सक्रिय शिक्षक और अभिनेता थे, जिनका योगदान बच्चों की शिक्षा और मनोरंजन दोनों में महत्वपूर्ण था। उनके परिवार के लिए यह समय अत्यंत कठिन है, और वे सभी इस नुकसान को सहन करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है ताकि अजय की मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।