विद्यालय प्रबंधन समिति की संयुक्त बैठक में विकास प्रस्तावों पर लगी मुहर
राजपुर प्रखंड के रघुवंशी कुंवरी प्लस टू उच्च विद्यालय, तियरा में शनिवार को विद्यालय प्रबंधन समिति की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इस बैठक की विशेषता यह रही कि इसमें केवल विद्यालय की मरम्मत या चाहरदीवारी जैसे भौतिक विकास कार्यों पर चर्चा नहीं हुई, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधार पर भी गंभीर विमर्श हुआ। बैठक की अध्यक्षता स्थानीय विधायक विश्वनाथ राम ने की, जिन्होंने शिक्षकों और उपस्थित प्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश दिया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही असली विकास है।

-- शिक्षा सुधार पर फोकस, विधायक ने दिया संदेश
केटी न्यूज/राजपुर
राजपुर प्रखंड के रघुवंशी कुंवरी प्लस टू उच्च विद्यालय, तियरा में शनिवार को विद्यालय प्रबंधन समिति की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इस बैठक की विशेषता यह रही कि इसमें केवल विद्यालय की मरम्मत या चाहरदीवारी जैसे भौतिक विकास कार्यों पर चर्चा नहीं हुई, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधार पर भी गंभीर विमर्श हुआ।
बैठक की अध्यक्षता स्थानीय विधायक विश्वनाथ राम ने की, जिन्होंने शिक्षकों और उपस्थित प्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश दिया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही असली विकास है। बैठक की शुरुआत गत बैठक की पुष्टि और अतिथियों के सम्मान के साथ हुई। प्रधानाध्यापक ब्रजेश राय ने सभी आगंतुकों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
इसके बाद कार्यवाही आगे बढ़ी और विद्यालय विकास कोष से भवन मरम्मति, चाहरदिवारी निर्माण तथा आवश्यक शैक्षिक उपकरणों की खरीद को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई। विधायक विश्वनाथ राम ने कहा कि अनुशासन और पढ़ाई दोनों पर समान रूप से ध्यान देना होगा। जिन विद्यालयों में शौचालय और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी है, वहां प्राथमिकता के आधार पर निर्माण और सुधार कराया जाएगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि विधायक निधि से सभी उच्च विद्यालयों को पुस्तकालय के लिए पाँच अलमीरा उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने शिक्षकों से अपेक्षा जताई कि छात्र-छात्राओं को पुस्तकालय का अधिकतम लाभ मिलना चाहिए ताकि उनमें अध्ययन की आदत विकसित हो।
डीपीओ (माध्यमिक शिक्षा) नाजिस अली ने भी शिक्षकों को संबोधित किया और कहा कि शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर विद्यालय में यह सुनिश्चित होना चाहिए कि बच्चों को न केवल बेहतर पढ़ाई मिले, बल्कि एक स्वस्थ और अनुशासित वातावरण भी उपलब्ध हो। बैठक में प्रतिनिधि सुदर्शन सिंह, लाल साहब सिंह, कमलेश सिंह, राजू यादव, प्रधानाध्यापक अशोक पांडेय, जितेंद्र ज्वाला, सुनील सिंह, अरुण सिंह, भुवाली सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
यह बैठक केवल औपचारिकता भर नहीं रही, बल्कि इसने स्पष्ट किया कि शिक्षा सुधार और विद्यालय विकास अब एक समानांतर एजेंडा बन चुके हैं। विधायक और शिक्षा विभाग की साझा प्राथमिकता यही है कि राजपुर प्रखंड के सभी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
गौरतलब हो कि हाल के दिनों में विद्यालयों में बुनियादी सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए है। वहीं, शिक्षको की कमी को पूरा करने के लिए बीपीएससी से परीक्षा लेकर शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।