विद्यालय बंद मामले में दोनों शिक्षिकाओं से डीपीओ ने पूछा स्पष्टीकरण
केटी न्यूज/डुमरांव
स्थापना डीपीओ शारिक असरफ के जांच में सोमवार को सिमरी अंचल का दीयां परमेश्वर गांव बंद मिला था। डीपीओ उक्त विद्यालय में 9.10 से 9.45 बजे तक उपस्थित थे। लेकिन इस दौरान न तो शिक्षक स्कूल पहुंचे और न ही कोई छात्र ही आया। वही डीपीओ ने विद्यालय परिसर का मुआयना किया तो चारों तरफ घास उगे था तथा शौचालय की सफाई भी लंबे समय से नहीं की गई थी। बता दें कि इस विद्यालय में शनिवार को उप निदेशक अमर भूषण भी जांच करने आए थे। तब एक शिक्षिका गायब थी
और उनके आवेदन पर यह अंकित नहीं था कि किस तिथि से कब तक वे सीएल ले रही है। जबकि प्रधानाध्यापिक ने उसे स्वीकृत भी कर दिया। उप निदेशक के निर्देश पर ही स्थापना डीपीओ सोमवार को जांच करने पहुंचे थे तो स्कूल बंद मिला। जिसके बाद डीपीओ ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका नीलम कुमारी व शिक्षिका शोभा देवी से स्पष्टीकरण पूछा है। डीपीओ ने बताया कि जबाव संतोषजनक नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विभाग के उप सचिव को भी जांच प्रतिवेदन की प्रति भेजी है
और बताया है कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय बंद था तथा छात्रों की संख्या शून्य थी। तत्काल उक्त विद्यालय की दोनों शिक्षिकाओं का वेतन बंद कर स्पष्टीकरण पूछा गया है। अपने प्रतिवेदन में उन्होंने बताया है कि सितंबर महीने में कुल 21 कार्य दिवस में 661 बच्चों के एमडीएम खिलाया गया है जो भौतिक उपस्थिति से काफी अधिक है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सह स्थानीय वार्ड के वार्ड सदस्य ने प्रधानाध्यापिका पर पारदर्शिता नहीं बरतने तथा किसी भी तरह के संचिकाओं को अवलोकन के लिए नहीं देने का आरोप लगाया है।