ओझा बरांव में बुजुर्ग की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत, बेटे ने लगाया हत्या का आरोप पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार

ओझा बरांव में बुजुर्ग की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत, बेटे ने लगाया हत्या का आरोप पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार

_ लाठी डंडे से पीट पीटकर हत्या का आरोप लगा रहे है मृतक के पुत्र

केटी न्यूज/डुमरांव 

मुरार थाना क्षेत्र के ओझा बरांव गांव में एक बुजुर्ग की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई है। मृतक के पुत्र जमीन विवाद में लाठी डंडे से पीट-पीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगा रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेजी है। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में पीड़ित पक्ष ने एफआईआर दर्ज नहीं कराया था, जबकि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

मृतक की पहचान ओझा बराव गांव निवासी 70 वर्षीय गुप्तेश्वर ओझा के रूप में हुई है।

इस संबंध में उनके पुत्र नरेंद्र ओझा ने बताया कि रविवार को मैं दवा लाने गया था, जबकि मेरे पिताजी और मां दलान में बैठी थी। दोपहर करीब 1:30 बजे मैं दवा लेकर लौट रहा था गांव के बाहर स्कूल के पास मेरे दो अन्य भाई ब्रह्मेश्वर ओझा और राधे रमन ओझा भी खड़े थे। वहां से मेरा घर दिखाई पड़ता है। हम लोगों ने देखा कि गांव के ही सच्चीदा ओझा, रामायण ओझा, जितेंद्र ओझा और राजेंद्र ओझा हाथ में लाठी डंडा तथा धारदार हथियार लिए खेत के रास्ते कहीं भाग रहे थे। जब हम लोग अपने दरवाजे पर पहुंचे तो देखा की मां विलाप कर रही है और पिताजी की मौत हो चुकी है। मैंने बताया कि उन्हें लोगों ने पिताजी की पीट-पीट कर हत्या कर दी है। इसके बाद हम लोगों ने स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी दी। 

नरेंद्र ने बताया कि सच्चीदा ओझा के परिवार से हम लोगों का पुराना जमीन विवाद चल रहा है। इसी विवाद के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया है। 

जब की मुरार थाना अध्यक्ष अमन कुमार ने बताया कि दोनों परिवारों में पूर्व से जमीन विवाद चल रहा है। करीब डेढ़ दो माह पहले दोनों परिवारों के बीच मारपीट हुई थी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष शनिवार को जनता दरबार में थाना में आए थे। थाना अध्यक्ष की माने तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि गुप्तेश्वर की मौत कैसे हुई है। 

हालांकि इस घटना ने जमीन विवाद के निपटारे के लिए शनिवार को थानों में आयोजित होने वाले जनता दरबार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।