पुराना भोजपुर में क्रिसमस बना आस्था और सामाजिक सौहार्द का उत्सव

पुराना भोजपुर में इस वर्ष क्रिसमस केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का जीवंत उत्सव बनकर सामने आया। संत जेवियर्स स्कूल और कैथोलिक चर्च परिसर में आयोजित कार्यक्रमों ने पूरे क्षेत्र को आस्था, उल्लास और सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव के अवसर पर मिशनरी समाज द्वारा किए गए भव्य आयोजन में हर वर्ग के लोग शामिल हुए, जिससे यह पर्व सामूहिक खुशियों का प्रतीक बन गया।

पुराना भोजपुर में क्रिसमस बना आस्था और सामाजिक सौहार्द का उत्सव

-- कैथोलिक चर्च व संत जेवियर्स स्कूल परिसर में उमड़ा जनसैलाब, रोशनी, संगीत, प्रार्थना से सजी यादगार शाम

केटी न्यूज/डुमरांव

पुराना भोजपुर में इस वर्ष क्रिसमस केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का जीवंत उत्सव बनकर सामने आया। संत जेवियर्स स्कूल और कैथोलिक चर्च परिसर में आयोजित कार्यक्रमों ने पूरे क्षेत्र को आस्था, उल्लास और सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव के अवसर पर मिशनरी समाज द्वारा किए गए भव्य आयोजन में हर वर्ग के लोग शामिल हुए, जिससे यह पर्व सामूहिक खुशियों का प्रतीक बन गया।

-- रोशनी, सजावट और आध्यात्मिक अनुभूति

क्रिसमस के मौके पर चर्च और स्कूल परिसर को बेहद सलीके और कलात्मकता से सजाया गया था। रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगाता परिसर, सजे हुए क्रिसमस ट्री और आकर्षक झांकियों ने लोगों को पहली नजर में ही आकर्षित कर लिया। जैसे ही श्रद्धालु परिसर में प्रवेश करते, एक अलग ही आध्यात्मिक शांति और उत्सव का अहसास होता। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी इस माहौल में खुद को विशेष अनुभव करते नजर आए।

-- मेला बना आकर्षण का केंद्र

चर्च परिसर में लगे मेले ने उत्सव में चार चांद लगा दिए। खाने-पीने के स्टॉल, खिलौने, झूले और मनोरंजन के साधनों ने खासकर बच्चों और युवाओं को खूब लुभाया। हंसी-खुशी और चहल-पहल से भरा यह मेला पूरे आयोजन का प्रमुख आकर्षण रहा, जहां परिवारों ने एक साथ समय बिताया।

-- प्रार्थना और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां

विशेष प्रार्थना सभा में प्रभु यीशु के प्रेम, त्याग और शांति के संदेश को आत्मसात करने का आह्वान किया गया। फादर भास्कर पीटर, फादर आरोग्य स्वामी एसजे, फादर अल्बर्ट इब्राहिम एसजे सहित अन्य गणमान्य लोगों ने समाज में सद्भाव और भाईचारे की आवश्यकता पर जोर दिया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत क्रिसमस कैरोल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने माहौल को और भी भावनात्मक व भक्तिमय बना दिया।

-- सुरक्षा और शांति का भरोसा

पूरे आयोजन के दौरान नया भोजपुर थाना की पुलिस टीम पूरी तरह मुस्तैद रही। सतर्क निगरानी के कारण कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ।कुल मिलाकर, पुराना भोजपुर का यह क्रिसमस उत्सव आस्था के साथ-साथ सामाजिक समरसता का संदेश देता नजर आया। फादर भास्कर के शब्दों में, “क्रिसमस शांति, सद्भाव और समृद्धि का पर्व है,” और यह आयोजन उसी भावना का सजीव उदाहरण बना।