जिले के मुस्लिमों में उबाल: मस्जिदों में गूंजा आतंकवाद मुर्दाबाद-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई है। लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए इस हमले में निर्दाेष लोगों की जान जाने से जनता आक्रोशित है और पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

जिले के मुस्लिमों में उबाल: मस्जिदों में गूंजा आतंकवाद मुर्दाबाद-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
जामा मस्जिद में नमाज के बाद वरोध जताते मुस्लिम वर्ग।

- जिले के मुस्लिमों में उबाल: मस्जिदों में गूंजा आतंकवाद मुर्दाबाद-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
- डुमरांव के शाही जाम-ए- मस्जिद में मस्जिद में काली पट्टी लगाकार अता की गई जुमे की नमाज

केटी न्यूज/डुमरांव  

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई है। लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए इस हमले में निर्दाेष लोगों की जान जाने से जनता आक्रोशित है और पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील किया कि पाकिस्तान को इस कायराना हरकत का कड़ा जवाब दिया जाए। उसी क्रम में डुमरांव में मुस्लिम भाईयों के द्वारा पहल की गयी और पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी हाथ पर काली पट्टी बांध रखी बांधकर नमाज अदा की है।

उन लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ काफी आक्रोश था। मस्जिद में नमाज से पहले काली पट्टी वितरित किए और उसे लगाकर विरोध दर्ज कराया। शुक्रवार को जुमें नमाज के बाद डुमरांव नगर के तकिया मुहल्ले में स्थित शाही जाम-ए- मस्जिद के बाहर हजारों की संख्या में मस्लिम भाईयों के द्वारा मस्जिद के गेट पर खड़े होकर आतंकबाद मुदार्बाद, पाकिस्तान मुदार्बाद के नारे लगाए। हिन्दुस्तान जिन्दाबाद, हिन्दुस्तान में भाईचारा जिन्दाबाद के नारे लगाये गये। 

घायलों के जल्द सेहतमंद होने की दुआ की : नमाजियों ने इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों की आत्म की शांति और मुल्क की तरक्की, घायलों के जल्द सेहतमंद होने की दुआ की। विदेशी ताकतों को एक कड़ा संदेश देने की बात कही थी कि भारतीय उन्हें देश की शांति और एकता को कमजोर नहीं करने देंगे। ज्ञात हो कि गुरूवार को ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में मेरी अपील है कि कल जब आप नमाज-ए-जुमा पढ़ने जाएं तो अपनी बांह पर काली पट्टी बांध लें। ऐसा करके हम यह संदेश देंगे कि हम भारतीय विदेशी ताकतों को भारत की शांति और एकता को कमजोर नहीं करने देंगे। इस हमले से आतंकवादियों को हमारे कश्मीरी भाइयों को निशाना बनाने का मौका मिल गया है। मैं सभी भारतीयों से अपील करता हूं कि वे दुश्मन की चालों में न फंसें।

बीच चौराहे पर फांसी देने की मांग की : जाम-ए-मस्जिद के खतीब -व-ईमाम हजरत हाकीव व कारी जुलफिकार राही ने कहा कि हम आतंकबाद के इस कायराना हरकत की खुलकर विरोध करते है। वहीं भारत सरकार से अपील करते है कि खोजबीन कर बीच चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए। जो हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बर्बाद करना चाहते है। पहलगाम में बेगुनाहों का खून बहाया है ताकि पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं की भी रूह कांप जाये। दुबारा हमारे मुल्क हिन्दुस्तान पर नपाक ईरादे से सोचने से पहले सौ बार सोचना पड़ें। इस मुश्किल हालात में देश का बच्चा-बच्चा भारत के सरकार के साथ खड़ा है।

हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस फैसले का इंतजार कर रहे है। जैसे कि 1971 में हमारी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा पाकिस्तान के दो टुकड़े कर चोट पहुंचायी थी। शाही जाम-ए- मस्जिद में मस्जिद डुमरांव में जुम्मे की नमाज के पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ जुमा की नमाज में जान गंवाने वाले लोगों के लिए दुआ पढ़ी गई।