तीन वर्ष पहले डुमरांव से परदेश गए युवक का आज तक नहीं मिला सुराग

डुमरांव से तीन वर्ष पूर्व एक युवक को कुछ लोग कर्नाटक में नौकरी दिलाने के नाम पर बहला फुसलाकर ले गए थे, लेकिन आज तक उस युवक का सुराग नहीं मिल पाया है। इस मामले में गायब हुए युवक की नव विवाहिता ने स्थानीय थाने मे सनहा देने से लेकर बक्सर कोर्ट में परिवाद तक दर्ज कराई, लेकिन अबतक पुलिस उसे खोज नहीं पाई है। जबकि उसकी बूढ़ी मां स्थानीय पुलिस से लेकर एसपी कार्यालय तक का कई बार चक्कर लगा चुकी है, लेकिन पीड़ित परिवार को अभी तक किसी भी स्तर से न्याय नहीं मिल सका है।

तीन वर्ष पहले डुमरांव से परदेश गए युवक का आज तक नहीं मिला सुराग

- इकलौते बेटे के आस में पथरा गई है वृद्ध दंपति की आंखें, नवविवाहिता का भविष्य भी अधर में, पुलिस पर शिथिलता के आरोप लगा रहे है परिजन

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव से तीन वर्ष पूर्व एक युवक को कुछ लोग कर्नाटक में नौकरी दिलाने के नाम पर बहला फुसलाकर ले गए थे, लेकिन आज तक उस युवक का सुराग नहीं मिल पाया है। इस मामले में गायब हुए युवक की नव विवाहिता ने स्थानीय थाने मे सनहा देने से लेकर बक्सर कोर्ट में परिवाद तक दर्ज कराई, लेकिन अबतक पुलिस उसे खोज नहीं पाई है। जबकि उसकी बूढ़ी मां स्थानीय पुलिस से लेकर एसपी कार्यालय तक का कई बार चक्कर लगा चुकी है, लेकिन पीड़ित परिवार को अभी तक किसी भी स्तर से न्याय नहीं मिल सका है।

इधर इकलौते पुत्र की खोजबीन तथा कोर्ट कचहरी तथा पुलिस पदाधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगाने के लिए उसकी बूढ़ी मां किसी माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन भी ली है तथा उस पैसे को अपने बेटे को खोजने में खर्च भी कर चुकी है। एक तरफ उसका कर्ज चुकता नहीं हो पा रहा है तो दूसरी तरफ बेटे के संबंध में कुछ जानकारी नहीं मिल पा रही है। 

यह कहानी है डुमरांव के वर्तमान वार्ड 34 के दक्षिण टोला मोहल्ला निवासी रामजी यादव व ललिता देवी केे परिवार की। ललिता का कहना है कि उसके छोटे पुत्र की पहले ही बीमारी के कारण मौत हो गई है। अब बचे े इकलौते पुत्र सुरेश कुमार यादव को 24 जुलाई 2022 को निशु कुमार, नीतीश कुमार तथा दीपू कुमार नामक युवकों ने कर्नाटक में अच्छी नौकरी का लालच देकर घर से साथ ले गए थे।

ललिता ने बताई कि अभी दो महीना पहले ही सुरेश का गवना हुआ था तथा घर में नई नवेली बहु आई थी, लेकिन परिवार की माली हालत सुधारने के लिए वह उनलोगों के साथ कर्नाटक के लिए निकल गया, लेकिन एक सप्ताह बाद सभी लोग कर्नाटक में काम नहीं मिलने पर वापस लौटने लगे। इस दौरान भुसावल रेलवे स्टेशन से सुरेश अचानक गायब हो गया। जबकि उसके साथ चल रहे निशु के पास उसका बैग था, जिसमें कपड़ा व आधार कार्ड आदि था। ये लोग बैग लाकर उसके घर दे दिए तथा बोले कि वह एक-दो दिन बाद आएगा, लेकिन आजतक लौट कर नहीं आया।

इस मामले मेें उसकी पत्नी कविता देवी ने डुमरांव थाने में एक अगस्त 2022 को लिखित शिकायत दे उक्त तीनों पर अपने पति की हत्या करने की आरोप भी लगाई है। वहीं, उसकी मां ललिता अपने बेटे की खोजबीन के लिए पुलिस पदाधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगा थक चुकी है। उसका कहना है कि पुलिस इस मामले में शिथिलता बरत रही है। 

कहते है एसडीपीओ

इस संबंध में डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर मामले की जांच की गई। आवेदन में जिन लड़कों का जिक्र किया गया है, उन्हें बुलाकर पूछताछ भी किया गया है, लेकिन उनसे कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। वैसे पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। 

बयान

अभी तक यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया था। मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाएगी तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा। - शुभम आर्य, एसपी, बक्सर