केसठ में आर्म्स तस्करी की सुचना पर छापेमारी गई पुलिस टीम पर हमला, एसआई समेत पांच पुलिसकर्मी घायल, आरोपी गिरफ्तार तीन जिन्दा गोली बरामद
- 6-7 आर्म्स आने की मिली थी सुचना पहले भी आर्म्स एक्ट में जेल जा चूका हैं राकेश
केटी न्यूज / बक्सर /नवानगर
नवानगर थाना क्षेत्र के गांव में भारी मात्रा में आर्म्स की सूचना मिलने पर अपराधी को पकड़ने गई पुलिस को पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। घटना में एक दरोगा, दो सिपाही व एक चौकीदार घायल हो गए। जिसकी सुचना के भारी पुलिस बल संख्या में पहुचे थाना प्रभारी नावानगर ने रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया परन्तु किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी हैं। आरोपी आर्म्स तस्कर पकड़ा गया हैं। उसके पास से तीन जिन्दा गोली बरामद हुई हैं। घायल दरोगा व पुलिस कर्मी का ईलाज नावानगर पीएचसी में कराया गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो घटना में7- 10 लोगों को नामजद व 20 अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कराया गया हैं। नवानगर थाना अध्यक्ष राजीव रंजन राज ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 11 बजे के करीब सुचना मिला कि केसठ गांव में कुख्यात अपराधकर्मी राकेश कुमार चौधरी उर्फ राकेश पासी के यहां भारी मात्रा में आर्म्स तस्करी के लिए पहुंचा है। जिसके बाद तुरंत गस्ती कर रहे एसआई अमन कुमार को भेजा गया।
जब राकेश को सर्च किया गया तो उसके पॉकेट से तीन प्रकार के गोली मिली जिसमें एक कट्टा, एक थ्री नट थ्री व एक बंदूक की गोली बरामद हुई। जिसके बाद वो हल्ला करने लगा। घर वाले व मुहल्ले के लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हलाकि पुलिस ने राकेश चौधरी को नहीं छोड़ा हमें सुचना दी दल बल के साथ पहुचे तो सभी भाग खडे हुए। इसी बीच आर्म्स भी हटा दिया लोगों ने। छह से साथ अवैध आर्म्स की सुचना थी। घायल एसआई अमन कुमार, सिपाही मनीष ठाकुर, दुर्योधन बैठा व चौकीदार मनोज सिंह का नावानगर पीएचसी में ईलाज कराया गया।
वही आरोपी राकेश चौधरी पिता कृष्णा उर्फ हवल चौधरी को जेल भेजने की प्रकिया चल रही हैं। थानाध्यक्ष ने कहा की एफआईआर में 8-10 लोगों के नाम सामने आए हैं। जबकि 20-25 अज्ञात लोग हैं। सत्यापन के बाद एफआईआर किया जाएगा। राकेश पासी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है और वह लूट के प्रयास के मामले में आर्म्स के साथ जेल जा चुका है।
कहते हैं घायल सिपाही
सिपाही मनीष ठाकुर, दुर्योधन बैठा कहते हैं कि सर्च चल रहा था जैसे ही गोली राकेश के पास से मिली 15-20 कि संख्या में लोगों ने लाठी डंडे से हमला कर दिया। जब तक हमलोग कुछ समझ पाते तब तक तो चोटे लग चुकी थी।