कोरानसराय में जलभरी के साथ 16 मार्च से शुरू होगा श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ

कोरानसराय में जलभरी के साथ 16 मार्च से शुरू होगा श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ

तैयारी में जुटे आयोजक, जयघोष से गूंजने लगा इलाका

केटी न्यूज/डुमरांव

कोरानसराय स्थित श्री राधेकीर्तन ब्रम्ह बाबा के सानिध्य में श्री श्री 108 विराट श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ का आयोजन 16 मार्च को कलश यात्रा व पंचांग पूजन के साथ होगा जबकि पूर्णाहूति 22 मार्च को दी जाएगी। इस दिन विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया है। महायज्ञ यज्ञाचार्य सह वैदिक विद्वान पवन द्विवेदी के देखरेख में संपन्न होगा जिसमें प्रयागराज यूपी की सुप्रसिद्ध कथावाचिका विदुषी अंजनी गोस्वामी जी श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत कथा का अमृत पान करायेगी। इसके अलावे देश के कोने-कोने के कई अन्य चर्चित कथावाचक व भागवत कथा मर्मज्ञ इस महायज्ञ में शामिल होंगे।

इस आयोजन से ग्रामीणों में उत्साह व्याप्त है तथा आयोजक व ग्रामीण पूरे मनोयोग से इस आयोजन को सफल बनाने में जुट गये है। इस महायज्ञ के मुख्य आयोजनकर्ता महंत दीपक तिवारी जी महाराज ने बताया कि महायज्ञ 16 मार्च से 22 मार्च तक चलेगा। पूर्णाहूति के साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि महायज्ञ में देश के कोनें-कोनें से वैदिक पंडितों एवं संत महात्माओं का आगमन हो रहा है।

यज्ञ अवधि में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के लिए कई विद्वान संत महात्माओं को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से ग्रामीणों में उत्साह है तथा ग्रामीण इसे सफल बनाने के लिए जी जान से जुट गये है। अभी तक महायज्ञ का मुख्य मंडप तथा साधु संतो के ठहरने वाली कुटिया का निर्माण करा दिया गया है। प्रवचन स्थल को भी तैयार किया जा रहा है। महायज्ञ के आयोजन से ग्रामीण इतने उत्साहित है कि अभी से ही गांव में लक्ष्मीनारायण का जयघोष सुनाई पड़ रहा है।

आयोजन समिति के द्वारा महायज्ञ परिसर में साफ-सफाई और यज्ञमंडप को आकर्षक तरीके से सजाने की प्रक्रिया चल रही है। श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के आयोजन को लेकर कोरानसराय सहित आसपास के इलाके में भक्तिरस की अविरल धारा प्रवाहित हो रही है। बतादें कि महंत दीपक जी महाराज के द्वारा प्रत्येक साल कोरानसराय में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन करवाया जाता है।

महायज्ञ परिसर को दुल्हन की तरह सजाने में दर्जनों युवा दिन-रात मेहनत कर रहे है। उन्होंने कहा कि महायज्ञ के दौरान साधु-संतों का जमावड़ा लगेगा। दूर-दराज के श्रद्धालु भी यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने तथा श्रीमद्भागवत कथा का अमृत पान करने आएंगे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए प्रवचन स्थल को काफी विस्तृत बनवाया जा रहा है।