चार दोस्तों की एक साथ निकली अर्थी, तो रो पड़ा पूरा खरौनी गांव शिवपुर घाट हादसा
चार दोस्तों की मौत से बंद रहा खरौनी बाजार, गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
दूसरे दिन भी कई घरों में नहीं जले चूल्हे, चीत्कार से माहौल गमगीन
केटी न्यूज/आरा
शिवपुर घाट पर रविवार की सुबह गंगा में डूबे खरौनी गांव निवासी चारों दोस्तों का शव सोमवार की सुबह बरामद कर लिया गया। शव मिलते ही चारों छात्रों के घरों में कोहराम मचा गया। रविवार की सुबह से भूखे-प्यासे बेटों की आस लगाए घाट पर बैठे परिजन शव देखते ही बिलख पड़े। घर की महिलाएं दहाड़ मार कर रोने लगी। उनकी चीत्कार से घाट से घर तक पूरा माहौल गमगीन हो उठा। स्थिति उस समय हृदय विदारक हो
गई, जब चारों दोस्तों की अर्थी एक साथ निकली। तब पूरा खरौनी गांव रो पड़ा। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर एक साथ पिकअप से चारों युवकों का शव पहुंचा, तो उनके घरों में चीख-पुकार मच गयी। चारों घरों ( दीपू यादव, सोनु कुमार, निशु शर्मा और राम जी गोड़ ) के पड़ोसी के आंखों से आंसू छलक रहे थे। करीब दो बजे एक साथ गांव से चारों युवाओं का शव दाह-संस्कार के लिए गांव से शिवपुर घाट के लिए एक साथ निकलने, लगा तो
गांव के लोग रो पड़े। सभी का कहना था कि किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा मनहूस समय भी आयेगा। इधर, रविवार की सुबह हादसे की खबर मिलने के बाद से ही गांव का माहौल गमगीन था। दूसरे दिन भी अधिकतर घरों में चूल्हे नहीं जले। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा और गांव शोक में डूबा रहा। बाजार भी पूरी तरह बंद रहा। चाय नाश्ते की दुकानों पर भी सन्नाटा रहा। बताया जा रहा है
कि बारा खरौनी गांव में चार घरों के युवक रविवार को डूब जाने और शव नहीं मिलने से परिजनों के साथ पड़ोसी सहित गांव के लोग शोक के माहौल में रहे। उस कारण रविवार को अधिकतर घरों में चूल्हे नहीं जले थे। सोमवार की सुबह शव मिलने और एक साथ चारों शव आने से माहौल मातमी गया।