आरा ने गाजीपुर को 3-0 से रौंद बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट का बना विजेता, ईनाम में मिला पांच लाख रूपया
डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र के ब्रह्मपुर प्रखंड अंतर्गत धरौली गांव स्थित हनुमंत कुटी धाम के जोगीबीर बाबा खेल मैदान पर आयोजित सात दिवसीय बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट का शुक्रवार को रोमांचक फाइनल मुकाबले के साथ भव्य समापन हो गया। खचाखच भरे मैदान और करीब 50 हजार दर्शकों की मौजूदगी में खेले गए फाइनल मुकाबले में आरा (बिहार) की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) को 3-0 से करारी शिकस्त दी और विजेता ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
-- 50 हजार दर्शकों की रही मौजूदगी, पूरे टूर्नामेंट आरा की टीम का रहा दबदबा
केटी न्यूज/डुमरांव।
डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र के ब्रह्मपुर प्रखंड अंतर्गत धरौली गांव स्थित हनुमंत कुटी धाम के जोगीबीर बाबा खेल मैदान पर आयोजित सात दिवसीय बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट का शुक्रवार को रोमांचक फाइनल मुकाबले के साथ भव्य समापन हो गया। खचाखच भरे मैदान और करीब 50 हजार दर्शकों की मौजूदगी में खेले गए फाइनल मुकाबले में आरा (बिहार) की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) को 3-0 से करारी शिकस्त दी और विजेता ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।

फाइनल मुकाबले को लेकर सुबह से ही खिलाड़ियों और दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। जैसे ही मैच की शुरुआत हुई, दर्शकों की तालियों और नारों से पूरा मैदान गूंज उठा। आरा की टीम ने शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाया और खेल पर अपना नियंत्रण बनाए रखा। पहले हाफ में आरा की ओर से एक शानदार गोल दागा गया, जिससे टीम को बढ़त मिल गई। हाफ टाइम से पहले ही यह साफ हो गया था कि आरा की टीम मैच पर पूरी तरह हावी है।

मध्यांतर के बाद भी आरा की टीम का दबदबा बरकरार रहा। तेज पासिंग, सटीक मूवमेंट और बेहतरीन तालमेल के दम पर आरा ने लगातार दो और गोल दागे। गाजीपुर की टीम ने वापसी की कोशिश जरूर की, लेकिन आरा के मजबूत डिफेंस और गोलकीपर के आगे उनकी एक भी चाल कामयाब नहीं हो सकी। अंततः रेफरी की अंतिम सीटी के साथ आरा ने 3-0 से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर चौंपियन बनने का गौरव हासिल किया।

पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता टीम आरा के कप्तान उत्तम टुडु को 5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया, जबकि उपविजेता गाजीपुर के कप्तान कमरान को 2 लाख 51 हजार रुपये का चेक दिया गया। यह पुरस्कार टूर्नामेंट के मुख्य आयोजनकर्ता सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह एवं मुख्य अतिथि पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश के द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। आरा टीम के 10 नंबर जर्सीधारी खिलाड़ी राजू को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, वहीं 4 नंबर जर्सी के खिलाड़ी ट्विन को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया।

फाइनल मुकाबले का उद्घाटन विधायक राधाचरण साह, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह, जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सीता सिंह, डुमरांव विधायक राहुल सिंह, रामजी तिवारी, प्रतिष्ठित व्यवसायी कृष्णा सिंह, पंकज सिंह और डॉ. रमेश सिंह ने संयुक्त रूप से गेंद को किक मारकर किया। अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मैच की औपचारिक शुरुआत कराई। मैच के सफल संचालन में रेफरी संतोष पांडेय, जनार्दन सिंह, शशि कुमार सुमन, मोहम्मद सलाम और पप्पू कुमार की अहम भूमिका रही। वहीं उदघोषणा की जिम्मेदारी मिस्टर मनोज, आशुतोष पांडेय, मनीष उपाध्याय और ब्रदर महान ने बखूबी निभाई।

मुख्य अतिथि पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि फुटबॉल और कुश्ती भारत के गांवों के पारंपरिक और लोकप्रिय खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है और युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा। वहीं आयोजनकर्ता मनोज कुमार सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य जिले के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। इसके लिए गांव-गांव में फुटबॉल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर प्रतिभाओं को तराशा जाएगा। फाइनल मुकाबले के दौरान आयोजन समिति की ओर से दर्शकों के लिए नाश्ते की भी व्यवस्था की गई थी। पूरे टूर्नामेंट के सफल आयोजन ने क्षेत्र में खेल के प्रति नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया, वहीं आरा की शानदार जीत लंबे समय तक यादगार बनी रहेगी।
